डबरा, सलिल श्रीवास्तव। देश की केंद्र सरकार द्वरा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के विरोध में, लखीमपुर खीरी घटना में मारे गए किसानों के हत्यारों को फांसी की सजा और केंद्रीय ग्रह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग को लेकर आज देश के किसान संगठनों ने देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था, जिसपर तय आंदोलन के तहत रेल रोकने पहुंचे डबरा के किसानों को प्रशासन ने रेल की पटरियों से गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेज दिया है। डबरा के सौ से अधिक किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर अपनी गिरफ्तारी दी है।
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आपको बता दें कि देश में लाए गए तीनों कृषि कानूनों का विरोध देश के किसान लंबे समय से करते चले आ रहे हैं। और इसी आंदोलन के दौरान हुए हादसे में लखीमपुर खीरी में 4 किसानों को अपनी जान भी गवाना पड़ी थी, जिनकी हत्या का आरोप किसान केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा व उसके साथियों पर लगाया गया है। अभी तक केंद्रीय ग्रह राज्य मंत्री ने घटना को लेकर अपना इस्तीफा नहीं दिया है ना ही लाए गए तीनों कृषि कानून वापस किए गए हैं। इन्हीं मांगों को लेकर किसानों ने आज देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था। जहां डबरा के किसान आह्वान के चलते रेल रोकने पहुंचे थे लेकिन इससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेज दिया गया है। रेल रोकने से पहले किसानों ने लखीमपुर खीरी में मारे गए चारों किसानों को श्रद्धांजलि देकर रेल की पटरियों की तरफ कूच की लेकिन रेल पटरियों पर पहुंचने से पहले ही प्रशासन द्वारा किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार हुए लगभग एक सैकड़ा किसानों को प्रशासन द्वारा बनाई गई अस्थाई जेल में रखा गया है।
आपको बता दें की डबरा में किसान आंदोलन का व्यापक असर शुरू से ही देखने को मिला है। इसी बीच आज के आवाहन पर प्रशासन पहले से ही तैयारी किये हुए थे जिसपर लगातार बैठक कर प्राशासन द्वारा किसानों को समझाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन किसान समय से पूर्व एकत्रित हो गये जिन्हें प्रशासन ने रेल रोकने से पूर्व ही गिरफ़्तार कर लिया।