इंदौर, आकाश धोलपुरे। बदलते जमाने के साथ युवाओं की बदलती सोच का नकारात्मक रवैया उनको दुनिया मे लाने और संबल बनाने वाले बुजुर्ग माता-पिता को मुश्किलों में डाल देता है। दरअसल, ये ही वजह है वृद्धाश्रमों में बुजुर्गों की संख्या भी बढ़ रही है। इसी बात को ध्यान में लाने के लिये सीनियर सिटीजन्स को लेकर कानूनी प्रावधानों में भी अब बदलाव हो चुका है ताकि कोई भी युवा बेटा-बहू या बेटी अपने बुजुर्गों के साथ छल कपट कर उनके साथ हिंसात्मक और अव्यवहारिक रवैया न अपना सके।
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तेजी से आधुनिक हो रहे मध्यप्रदेश के इंदौर में पुलिस विभाग द्वारा बुजुर्गों के संरक्षण को लेकर मुहिम चलाई जा रही है। बुजुर्गों की रक्षा के लिए यहां रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा नुक्कड़ नाटक के जरिये ऐसे युवाओं को उनके द्वारा की जा रही गलती और बुजुर्गों को उनके अधिकारों की जानकारी पहुंचाई जा रही है। इसकी शुरुआत शनिवार रात से हो चुकी है। शहर के बड़ा गणपति चौराहा स्थित पुलिस चौकी के समीप पहले नुक्कड़ नाटक का आगाज किया गया जिसमें खास बात ये थी कि युवा कलाकारों ने बुजुर्गों और बुजुर्ग कलाकारों ने युवाओं का किरदार शिद्दत के साथ निभाया।
बता दे कि एडिशनल एसपी पश्चिम इंदौर प्रशांत चौबे द्वारा हर बुधवार को विशेष रुप से पुलिस कंट्रोल रूम पर बुजुर्गों की समस्याओं के लिए दरबार लगाया जाता है। जहां पर बुजुर्गों को परिवारिक और अन्य समस्याओं को पुलिस अपने स्तर पर एनजीओ की मदद से हल करने की कोशिश करती है। इसी कड़ी में बुजुर्गों को परिवार में आने वाली समस्याओं को नाटक के रूप में रूपांतरित कर पश्चिम क्षेत्र स्थित बड़ा गणपति पुलिस चौकी पर एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। यह नाटक रक्षा समिति के सदस्यों द्वारा बड़े ही सुंदर रूप से प्रस्तुत किया गया जिसमें एक बुजुर्ग दंपत्ति को उसी का बेटा प्रताड़ित करता था जिसे समझाया जिसके बाद खुशहाल परिवार के रूप में बदला गया। पूरे नुक्कड़ नाटक के दौरान कई दर्शकों के आंखें नम हो गई तो वहीं विशेष रूप से युवाओं को इस नाटक को देखकर कई तरह की सीख अपने साथ घर ले गए।
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एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि वर्तमान दौर में कई युवाओ द्वारा बुजुर्ग माता – पिता को परेशान कर उन्हें प्रताड़ित करने की शिकायत आम हो चली है। जिसके बाद बुजुर्गो को उनके अधिकारो, बदले कानूनों की जानकारी देना बेहद जरूरी है। ऐसे में नुक्कड़ नाटकों की सहायता से शहर भर की अलग अलग कालोनियों में बुजुर्गों के समक्ष नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किये जायेंगे औए बुजुगों को विश्वास दिलाया जाएगा कि पुलिस उनके साथ है।