रायसेन। दिनेश यादव।
जिला मुख्यालय में आयोजित की जा रही 65वीं राष्ट्रीय शालेय टेनिसबाल क्रिकेट प्रतियोगिता 19 आयु वर्ग बालक/ बालिका, का स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने जिला मुख्यालय स्थित खेल स्टेडियम में शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि प्रदेश में स्कूली शिक्षा को ओर अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए निरंतर काम कर रह हैं। प्रदेश में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधि, संगीत, चित्रकला सहित अन्य क्षेत्रों में भी आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद तथा अन्य क्षेत्रों में भी प्रतिभा दिखाने के अवसर प्रदान करना जरूरी है। जब बच्चों को उनकी प्रतिभा दिखाने के अवसर मिलते हैं, तो उनकी प्रतिभा और अधिक निखर कर सामने आती हैं। रायसेन में पहली बार राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जिसमें 11 प्रदेशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। आगे भी इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिससे कि बच्चे खेलों के लिए प्रोत्साहित हों।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि देश-प्रदेश के विकास के लिए और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना जरूरी है। इसलिए स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाकर उनका तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है। अभिभावकों को स्कूलों से जोड़ने के लिए प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की जा रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश के अधिकारियों तथा प्राचार्यो को दक्षिण कोरिया, दिल्ली तथा बेंगलोर भेजा गया, जहां उन्होंने शिक्षा प्रणाली का अध्ययन किया। उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा का रियल टाईम मूल्यांकन करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत साउथ कोरिया की संस्था के सहयोग से रायसेन के सात तथा भोपाल के पांच स्कूलों में कक्षा साथी परियोजना प्रारंभ की गई है। उन्होंने बताया कि एक माह के पश्चात साउथ कोरिया की संस्था टैग हाईव के अधिकारियों ने बच्चों के शैक्षणिक स्तर का परीक्षण किया, जिसमें रायसेन के स्कूल के बच्चे बेहतर पाए गए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्कूली शिक्षा को रूचिकर बनाया जा रहा है ताकि बच्चें स्वयं पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित हों। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिले में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए निरंतर काम किए जा रहे हैं। सांची के शासकीय विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय बनाया गया है। इसी प्रकार सांची में राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि देश-प्रदेश के इतिहास में पहली बार 35 हजार से अधिक शिक्षकों का ऑनलाईन ट्रांसफर किया गया है। बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक भी दक्ष हों, इसलिए उनकी भी परीक्षा आयोजित की गई। हम बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए शिक्षकों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रारंभ से ही बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए कक्षा पांचवी तथा आठवीं को पुनः बोर्ड परीक्षा बनाया गया है। बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने हेतु स्कूलों में एनसीआरटी पाठ्यक्रम शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही शिक्षा के अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने कहा कि रायसेन में पहली बार राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इससे जिले के खिलाड़ी न सिर्फ प्रोत्साहित होंगे बल्कि उन्हें सीखने के नवीन अवसर भी प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में 11 राज्यों की टीमें भाग ले रही हैं। विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों तथा प्रतियोगिता आयोजन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि दूसरों राज्यों से आए खिलाड़ी जब यहां से जाएं, तो सुखद अनुभूति लेकर जाएं। कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
19 टीमें भाग ले रही हैं प्रतियोगिता में
रायसेन में 23 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक आयोजित की जा रही राष्ट्र स्तरीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों आंध्रप्रदेश, सीबीएसई, बेलफेयर आर्गनाईजेशन,छत्तीसगढ़, दादर नगर हवेली, गोवा, गुजरात, जम्मू एण्ड कश्मीर,उड़ीसा, पंजाब तथा तमिलनाडू से 19 टीमें भाग ले रही हैं। इनमें बालिका वर्ग में आठ टीमें तथा बालक वर्ग में 11 टीमें शामिल हैं। इस प्रतियोगिता का समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम 27 दिसम्बर को आयोजित होगा।