रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया BRC कार्यालय का बाबू, एक शिक्षक, इस काम के एवज में मांगा 10 प्रतिशत कमीशन, लोकायुक्त पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

लोकायुक्त पुलिस ने दोनों आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।

Amit Sengar
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Lokayukta Action : मध्यप्रदेश में सरकारी विभागों के भ्रष्ट अधिकारी- कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है इसके बाद भी रिश्वतखोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। आज लोकायुक्त पुलिस ने राजगढ़ जिले में कार्रवाई की है जहाँ भोपाल लोकायुक्त टीम ने BRC कार्यालय का बाबू व एक शिक्षक को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

पीड़ित ने भोपाल लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ऑफिस में दिया आवेदन

भोपाल लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, फरियादी फरियादी सूरज सिंह तोमर अकन्याखेड़ी गांव के रहने वाले हैं जिसने एक शिकायती आवेदन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिया था। जिसमें शिकायत की गई थी कि RTE की राशि निकालने के लिए बीआरसी के बाबू द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी।

RTE की राशि निकालने के लिए मांगा था 10 प्रतिशत कमीशन

भोपाल लोकायुक्त निरीक्षक रजनी तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी सूरज सिंह तोमर अकन्याखेड़ी गांव के निवासी हैं वह करौंदी में निजी स्कूल चलाते है। शासन की नीति है कि निजी स्कूलों में आरटीई के तहत बच्चों का एडमिशन कराया जाता है। सूरज सिंह तोमर के स्कूल में 49 बच्चे ऐसे थे जो आरटीई के अंतर्गत पढाई कर रहे थे। जिनका फीस प्रपोजल बना कर ऑनलाइन पोर्टल पर भेज दिया गया था। और भुगतान भी उनको अगस्त 2024 माह में कर दिया गया था। लेकिन कुछ बच्चों का भुगतान रोक दिया गया था और उन पर हेमंत कुमार दांगी जो बीआरसी कार्यालय सारंगपुर में पदस्थ है उनके द्वारा इस बात के लिए रिश्वत मांगी जा रही थी कि बाकी बच्चों का भुगतान तभी किया जाएगा जब वो समय पर इनको 10 प्रतिशत कमीशन देंगे। ये राशि उन्होंने डीपीसी कार्यालय पदस्थ एबीसी आर के गुप्ता के नाम से मांगी जा रही थी। आवेदक ने लोकायुक्त भोपाल को शिकायत की।

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रिश्वत (Bribe) लेते बाबू, शिक्षक रंगे हाथ गिरफ्तार

शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त ने इसकी जांच की और सत्यता प्रमाणित होने पर एक ट्रैप दल बनाया, आज निर्धारित समय पर आवेदक ने सारंगपुर बीआरसी में पदस्थ बाबू हेमंत को पैसे दिए, वैसे हेमंत ने रिश्वत के रुपए लेकर प्रायवेट शिक्षक रमेशचंद्र नागर को दे दिए। पुलिस ने दोनों ही आरोपी को हिरासत में ले लिया है। इस पूरे मामले में आरोपी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी।

राजगढ़ से जितेन्द्र राठौर की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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