नरसिंहगढ़ ।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और नरसिंहगढ़ रियासत के महाराजा भानु प्रकाश सिंह का निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। देर रात अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। शुक्रवार को नरसिंहपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन के बाद कांग्रेस में शोक लहर है और नरसिंहपुर में समर्थकों का उनके घर पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया है। वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और शिवराज ने ट्वीट कर शोक जताया है। भानुप्रताप गोवा के राज्यपाल भी रह चुके थे।
भानु प्रकाश सिंह का जन्म जून 1929 को नरसिंहगढ़ में हुआ था। उन्होंने 1962 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना प्रथम लोकसभा चुनाव जीता था। वहीं 1967 में हुए चौथी लोकसभा चुनाव में फिर से विजय प्राप्त की थी। जिसके बाद भारत सरकार में उपमंत्री के रूप में उन्होंने शपथ ग्रहण की थी। महाराजा भानु प्रताप सिंह 1962 में तीसरी लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए थे। वह रायगढ़ लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए थे। वह केन्द्रीय मंत्री और गोवा के राज्यपाल भी रहे। बता दें कि महाराजा भानु प्रताप सिंह लंब समय समय से बीमार थे। बताया जा रहा है कि इंदौर के रोबोट अस्पताल में उनका निधन हुआ है। उनका अंतिम संस्कार कल शुक्रवार को राजकीय सम्मान के साथ नरसिंहगढ़ में स्थित छारबाग छत्री में किया जाएगा। वही उनके सुपुत्र राजवर्धन सिंह वर्तमान विधानसभा में नरसिंहगढ़ विधानसभा से भाजपा के विधायक है।
पढ़ाई के लिए कर दिया था पैलेस दान
वहीं 1970 में उनको पेट्रोलियम और केमिकल मंत्रालय की कमान सौंपी गयी थी। भानु प्रकाश सिंह ने 1991 से 1994 तक गोवा के राज्यपाल का दायित्व भी निभाया था। वहीं उनका नाम सबसे ज्यादा जब फेमस हुआ था, जब उन्होंने 1966 में अपना अर्जुन निवास पैलेस विद्यार्थियों की शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए और नरसिंहगढ़ में पोस्टग्रेजुएट की पढ़ाई के लिए पैलेस को दान कर दिया था।
दिग्विजय और शिवराज ने ट्वीट कर जताया शोक
वही पूर्व सीएम शिवराज और दिग्विजय ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। दिग्विजय ने ट्वीट कर लिखा है कि “महाराजा भानुप्रकाश सिंह जी, नरसिंहगढ़ के दुखद देहांत के समाचार सुनकर बेहद दुख हुआ। वे एक बेहद प्रभावशाली व्यक्ति थे। वे इंदिरा गांधी जी के बेहद निकट थे, यदि प्रिवी पर्स के विषय पर कॉंग्रेस से इस्तीफ़ा नहीं दिया होता तो वे कॉंग्रेस के बहुत ही बड़े नेता होते। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को इस असहनीय दुख सहने की शक्ति प्रदान करें”।वही शिवराज ने ट्वीट कर लिखा है “नरसिंहगढ़ के महाराज श्री भानु प्रकाश सिंह के प्रदेश के लिए किये कार्य सदैव युवाओं को प्रेरित करते रहेंगे। आप चिरकाल तक प्रदेशवासियों के दिलों में ज़िंदा रहेंगे। विनम्र श्रद्धांजलि!”