Rajgarh News : अज्ञात कारणों के चलते दंपत्ति ने किया सुसाइड, जांच में जुटी पुलिस

Amit Sengar
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Rajgarh News :  राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में सूरजपोल इलाके में एक दम्पत्ति के सुसाइड की खबर फैलते ही हड़कंप मच गया। घटना की सूचना नरसिंहगढ़ पुलिस को दी गई, जिस पर पुलिस ने घर के किचिन में फांसी के फंदे पर लड़के मृतक पति भंवर ओझा (38) का शव और वही घर के दूसरे कमरे में जमीन पर पड़ी पत्नी साधना के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा बनाया और फिर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए नरसिंहगढ़ अस्पताल भिजवाया है। पुलिस को शवो के पास से एक छोटा सा सुसाइड नोट भी मिला है, जिसके बारे में पुलिस जांच कर रही है।

यह है मामला

दरअसल नरसिंहगढ़ में भंवर ओझा (38) और उसकी पत्नी साधना ओझा (35) अपने दो बेटे सतीश (12) और आयुष (5) के साथ सूरजपोल जयस्तंभ के पास स्थित अपने घर में रह रहा था। भंवर फर्नीचर बनाने के लिए मजदूरी का काम करता था। बताया जा रहा है कि आज सुबह जब भंवर ओझा का बड़ा बेटा सतीश स्कूल जाने के लिए उठा था, उसने टिफिन तैयार करने के लिए पास में सो रही अपनी मां साधना को खूब आवाजे दी । जब वह नहीं उठी, तो वहां घर से बाहर निकल कर गया और पड़ोस में रहने वाले अपने ताऊ को बुलाकर लाया। उन्होंने घर के कमरे की जमीन पर पड़ी अपनी बहू साधना को देख आवाज दी, जब वह नहीं उठी, तो सतीश से कीचन में से पानी लाने को कहा। जैसे ही सतीश किचिन में पानी लेने गया, तो वहाँ उसने पिता भंवर ओझा का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखकर वह चिल्ला उठा।

Rajgarh News : अज्ञात कारणों के चलते दंपत्ति ने किया सुसाइड, जांच में जुटी पुलिस

पुलिस कर रही मामले की जाँच
इस घटना के बाद से ही इलाके में सनसनी फैल गई, मृतक के बड़े भाई ने सुबह नरसिंहगढ़ पुलिस को जानकारी दी, पुलिस ने मौके पर पहुँचकर किचिन में फांसी के फंदे पर लटकी पति भंवर ओझा की लाश एवं दूसरे कमरे में जहर खाए जमीन पर पड़ी पत्नी साधना के शव को कब्जे में लेकर मौके से पंचनामा बनाकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए नरसिंहगढ़ के अस्पताल में पहुँचाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को शवों के पास से एक छोटा सा सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।

राजगढ़ से जितेन्द्र राठौर की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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