Hostel Suicide Case: रतलाम के सागर रोड पर बने हुए कन्या शिक्षा परिसर की छात्रावास में छात्रा कृष्णा ने छत से कूदकर अपनी जान दे दी थी। छात्रा की मौत के कुछ दिनों बाद उसकी सहेली गीता ने अपने घर पर कीटनाशक पीकर मौत को गले लगा लिया था। यह मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के संज्ञान में आया है और अब मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। आदेश के बाद कलेक्टर की ओर से जांच टीम का गठन कर अनुविभागीय अधिकारियों को 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
हॉस्टल की छत से कूदकर कृष्णा ने आत्महत्या का कदम उठाया था। परिजनों ने हॉस्टल प्रबंधन पर शंका जाहिर की थी और कहा था कि इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी उनकी बच्ची के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। हॉस्टल प्रबंधन कुछ न कुछ छुपाने की कोशिश कर रहा है। इसके 2 दिन बाद मृतका की सहेली गीता ने भी कीटनाशक पी लिया था जिसके उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
मजिस्ट्रियल जांच में छात्रा की छत से कूदने की वजह और दूसरी छात्रा द्वारा कीटनाशक पीकर जान देने की वजह का पता लगाकर साक्ष्य जुटाने के आदेश दिए गए हैं। गठित की गई टीम छात्रावास के कर्मचारियों, वहां रहने वाली अन्य छात्राओं और शिक्षकों के बयान लेगी। छात्रावास में चल रही गतिविधियों पर भी टीम द्वारा पैनी नजर रखी जाने वाली है।
ये है मामला
यह घटना 7 दिसंबर को रतलाम के कन्या शिक्षा आवासीय परिसर की हॉस्टल में हुई जहां 9वीं में पढ़ने वाली 14 साल की कृष्णा ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी, जिसमें उसकी मौत हो गई थी। हॉस्टल प्रबंधन का कहना था कि वह स्कूल में चीटिंग करते हुए पकड़ी गई थी इसलिए परेशान होकर उसने आत्महत्या का कदम उठाया। वहीं परिजनों का कहना था कि वह पढ़ने में बहुत अच्छी थी वह चीटिंग नहीं कर सकती है और इतनी ऊंचाई से अगर वह गिरी है तो उसे कोई चोट क्यों नहीं आई है।
इस मामले की जांच चल ही रही थी कि कृष्णा की बेस्ट फ्रेंड गीता ने 8 दिसंबर को छुट्टी ली और 10 दिसंबर को अपने घर पर कीटनाशक पी लिया। घर जाने के बाद वो लगातार अपनी सहेली को याद कर रही थी और खाना भी नहीं खा रही थी। उसने अपने परिजनों को बताया था कि कृष्णा उसे बार-बार कूदते हुए दिखाई दे रही है और उसे समझ नहीं आ रहा कि आखिरकार कृष्णा ने ऐसा क्यों किया है। कीटनाशक पीने के बाद छात्रा को अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां इलाज के दौरान उसे नहीं बचाया जा सका।