Ahirwar Mahapanchayat formed : सागर जिले के खुरई में दलित युवक की हत्या और उसकी मां को निर्वस्त्र कर पीटने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए अहिरवार महापंचायत गठन किया गया है। उन्होने आरोपी लगाया कि पुलिस ने एफआईआर में घटना का उल्लेख उस तरह से नहीं किया है, जैसा उन्होने बताया है। वहीं मृतक की बहन ने चेतावनी दी कि अगर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई और उसके परिवार को इंसाफ नहीं मिला तो वो अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ आत्महत्या कर लेगी।
आत्महत्या की चेतावनी
खुरई विधानसभा के बरोदिया नैनागिर में नितिन अहिरवार नाम के दलित युवक की हत्या के बाद अब उसे और उसके परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए अहिरवार महापंचायत का गठन किया गया है। इसके पदाधिकारियों ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मंत्री भूपेंद्र सिंह के समर्थकों द्वारा नितिन अहिरवार पीट-पीटकर हत्या की गई और उसकी मां को निर्वस्त्र कर घुमाया गया। उनके साथ मारपीट की जाती है मकान में भी तोड़फोड़ की जाती है लेकिन घटना के बाद अब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होने कहा कि घटना के बाद जिला प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर दो दिन में आरोपियों के मकान तोड़ने और गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक ना ही आरोपियों के घर तोड़े गए और ना ही सभी आरोपी गिरफ्तार किए गए है। इसी के साथ पीड़ित पक्ष ने जैसी घटना बताई थी, एफआईआर में उसका उल्लेख ही नहीं किया गया। नितिन की बहन ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वो अपने परिवार के सदस्यों के साथ आत्महत्या कर लेंगी।
बहन को सरकारी नौकरी देने की मांग
अहिरवार महापंचायत ने कहा कि पीड़ित पक्ष को तत्काल उचित मुआवजा दिया जाए, उसका मकान बनवाया जाए और पीड़ित पक्ष अनुसार बताए गए सभी आरोपियों के नाम एफआईआर में जोड़े जाएं। उन्होने कहा कि जो घटना हुई है, उसे FIR में वैसा ही लिखा जाए और मृतक की मां को निर्वस्त्र करने की घटना का उल्लेख भी हो। इसी के साथ उन्होने आरोपियों के अवैध मकान तत्काल ध्वस्त करने की मांग भी की और कहा कि पीड़ित अंजना को तत्काल शासकीय नौकरी दी जाए। इन्होने सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है। महापंचायत ने चेतावनी दी कि जो भी नेता बरोदिया नैनागिर घटना के आरोपियों का बचाव करेंगे, समाज उन नेताओं और पार्टी का बहिष्कार करेगी चाहे वह किसी भी वर्ग,जाति, संप्रदाय या राजनीतिक दल से हो। अहिरवार महापंचायत उनका विरोध करेगी और संपूर्ण सागर संभाग में उन लोगों को वोट न देने की मुहिम चलाएगी।