सागर। बुंदेलखंड की लोक नृत्य कला शैली खासी समृद्ध है। यहां के राई व सेरा नृत्य ने दुनिया के कई देशों में अपनी पहचान बनाई है। इसके अलावा भी क्षेत्र में कई लोक नृत्य प्रचलित हैं, जो विभिन्न समाजों का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। यह यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में विवाह व त्योहारों के अवसर पर देखने को मिल जाते हैं। लेकिन इस बार लोकपर्व का त्योहार है। इसलिए राजनीतिक दल के प्रत्याशी हर हथकंडा अपना रहे हैं। सागर जिले के रेहली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के गोपाल भार्गव इस बार मैदान में हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस के कमलेश साहू हैं। उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है इसमें वह बुंदेखंड का मशहूर लोकनृत्य ‘शेर’ पर डांस करते नजर आ रहे हैं।
उनका यह वीडिया काफी पसंद किया जा रहा है। आज शाम पांच बजे तक ही ढोल नगाड़े के साथ प्रचार किया जा सकता है। इसके बाद घर घर जाकर कैंपेन किया जा सकेगा। इसलिए प्रत्याशी जनता को लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। वह लोगों को आकर्षित करने के लिए स्थानीय और प्रचीन तरीकों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें बुंदेली नृत्य भी शामिल है। प्राचीन काल से ही बुंदेलखंड की नृत्य संस्कृति खासी समृद्ध रही है।
दरअसल, रहली विधानसभा सीट ऐसी जगह है जहां से पिछले 35 साल से बीजेपी के गोपाल भाग्रव चुनाव जीतते आ रहे हैं। रहली विधानसभा सीट बीजेपी का गढ़ रही है। यहां से एक बार फिर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव चुनाव लड़ने की तैयारी में है। भार्गव इस सीट पर 1985 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। वो खुद सवर्ण समाज से हैं लेकिन उन्हें ओबीसी मतदाता जिताते हैं। प्रत्याशी गोपाल भार्गव रहली से सात बार से विधायक हैं।