लोकायुक्त पुलिस का एक्शन, गृह निर्माण मंडल का सहायक संपदा अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

लोकायुक्त सागर की टीम सहायक संपदा अधिकारी म.प्र. गृह निर्माण मंडल एवं अधोसंरचना विकास मंडल संभाग सागर बृजेश नायक के कार्यालय पहुंची और उसे आवेदक से 10,000/-रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

Atul Saxena
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Sagar Lokayukta Police Action: रिश्वतखोरी पर सख्त एक्शन के बाद भी सरकारी अधिकारी कर्मचारियों में भय नहीं है, लोकायुक्त पुलिस लगातार भ्रष्ट सरकारी मुलाजिमों को रंगे हाथ पकड़ रही है बावजूद इसके वे रिश्वत लेने की आदत से बाज नहीं आ रहे, आज लोकायुक्त पुलिस ने फिर एक रिश्वतखोर सरकारी अधिकारी को पकड़ा है

लोकायुक्त एसपी सागर योगेश्वर शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक  कबीर वार्ड थाना खुरई जिला सागर यशवंत विश्वकर्मा नामक व्यक्ति ने एक शिकायती आवेदन ऑफिस में दिया था ज्सिमें गृह निर्माण मंडल का सहायक संपदा अधिकारी बृजेश नायक द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत थी।

MP Housing Board का अधिकारी मांग रहा था रिश्वत 

शिकायती आवेदन में आवेदक यशवंत विश्वकर्मा ने कहा था कि उसको आवंटित आवास में आवेदक की पत्नी का नाम जोड़ने के एवज में सहायक संपदा अधिकारी बृजेश नायक द्वारा 16000/-रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायत की जाँच कराई गई और फिर उसकी सत्यता साबित होने पर ट्रेप प्लान की।

अपने ही ऑफिस में Bribe लेते पकड़े गए सहायक संपदा अधिकारी 

एसपी लोकायुक्त के निर्देश पर आज 22 अक्टूबर को सागर की टीम सहायक संपदा अधिकारी म.प्र. गृह निर्माण मंडल एवं अधोसंरचना विकास मंडल संभाग सागर बृजेश नायक के कार्यालय पहुंची और उसे आवेदक से 10,000/-रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

उल्लेखनीय है कि म.प्र. गृह निर्माण मंडल एवं अधोसंरचना विकास मंडल में गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों से नाम जोड़ने जैसे कार्यो के लिए भी रिश्वत मांगे जाने की लगातार शिकायतें थी जिससे आम नागरिक भी परेशान हो रहे थे। इसी तारतम्य में शिकायत मिलने पर आज उक्त कार्यवाही की गई है। उक्त ट्रेप कार्यवाही का संचालन डीएसपी  बीएम द्विवेदी द्वारा किया गया है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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