सागर, डेस्क रिपोर्ट। सागर में एक बड़ा सड़क (Sagar School Bus Accident) हादसा हो गया है। राहतगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम चंद्रपुरा के पास एक स्कूली बस अनियंत्रित होकर पलट गई है। दुर्घटना में बस में सवार 35 से अधिक स्कूली बच्चे के घायल होने की खबर सामने आ रही है। वही आई जानकारी के मुताबिक इस बच्चे की मौत भी हो गई है जबकि 3 की हालत नाजुक है। एक तरफ जहां परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह ने बस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं दूसरी तरफ कमलनाथ ने सरकार से घायल बच्चों के मुफ्त इलाज की मांग की है।
वही राहतगढ़ में स्कूली बस दुर्घटना के मामले में परिवहन और राजस्व मंत्री द्वारा जांच के आदेश देने के साथ ही घायलों को उचित इलाज की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री से बात कर मृतक के परिवार को 1 लाख रुपए की सहायता राशि जबकि घायल बच्चों को 15000 की सहायता राशि की घोषणा की गई है।
जानकारी के मुताबिक प्राइवेट बस स्कॉलर इंटरनेशनल स्कूल राहतगढ़, सेंट थॉमस कॉन्वेंट स्कूल और लक्ष्य पब्लिक स्कूल राहतगढ़ के बच्चे को लेकर स्कूल जा रही थी। इस दौरान राहतगढ़ खुरई मार्ग पर ग्राम चंद्रपुरा के पास बस अचानक अनियंत्रित हो गई। बस पलटने के साथ ही चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंचे राहगीर द्वारा आपातकालीन गेट से फंसे बच्चों को बाहर निकाला गया। वहीं सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची।
पुलिस और एंबुलेंस की मदद से बच्चों को राहतगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। बच्चों की माने तो बस के ड्राइवर फोन पर बात करते हुए बस चला रहा था। जिसके कारण दुर्घटना हुई है। कम गंभीर बच्चों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है जबकि गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं दुर्घटना में शैलेंद्र उम्र 14 वर्ष की मौत हो गई है। मृतक कक्षा नौवीं का छात्र था।
वही बस में उपस्थित छात्रों की माने तो ड्राइवर फ़ोन पर बात कर रहे थे। हेडफोन लगाए हुए थे और दोनों हाथ छोड़कर बस चला रहे थे। जिसके कारण बस अनियंत्रित हो गई और दुर्घटना का शिकार हो गई। घटनाक्रम की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी तरुण नायक मौके पर पहुंचे हैं। मामले में राहतगढ़ थाना प्रभारी का कहना है कि दुर्घटना में 35 से अधिक बच्चे घायल हुए हैं। जबकि टीम की हालत अभी गंभीर है एक की मौत हो गई है। बस चालक की लापरवाही का आरोप लगा है। जिसके बाद उन दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। प्रकरण दर्ज कर जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।