Tue, Dec 30, 2025

सतना एयरपोर्ट के नवनिर्मित रनवे पर 4 बार हुई विमान की टेस्टिंग, एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लिया व्यवस्था का जायजा

Written by:Sanjucta Pandit
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प्लेन को दो बार कृष्णनगर छोर से टेक ऑफ कराया गया और इसी छोर से लैंडिंग भी कराई गई। इसी तरह जहाज ने दो बार बाइपास छोर से उड़ान भरी और इसी छोर से सतना के रनवे पर विमान को उतारा भी गया।
सतना एयरपोर्ट के नवनिर्मित रनवे पर 4 बार हुई विमान की टेस्टिंग, एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लिया व्यवस्था का जायजा

Satna News : सतना में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ने रविवार सुबह नए सिरे से बनाए गए एयरपोर्ट पर छोटे विमान की लैंडिंग और टेक ऑफ का ट्रायल किया। इसके लिए टीम अपने साथ एक 9-सीटर प्लेन भी लाई थी। रविवार सुबह दिल्ली से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की टीम 9 सीटर प्लेन के साथ सतना पहुंची। टीम ने एयरपोर्ट के रनवे का ट्रायल करने के साथ ही कम्युनिकेशन नेविगेशन सिस्टम (CNS) की टेस्टिंग भी की। एएआई की टीम सतना रनवे पर सुबह लगभग 10 बजे उतरी और दोपहर 2 बजे तक सभी जांच-पड़ताल, टेस्टिंग और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गई। इस दौरान टीम ने रनवे का दोनों ओर से ट्रायल किया।

कराया गया टेक ऑफ

प्लेन को दो बार कृष्णनगर छोर से टेक ऑफ कराया गया और इसी छोर से लैंडिंग भी कराई गई। इसी तरह जहाज ने दो बार बाइपास छोर से उड़ान भरी और इसी छोर से सतना के रनवे पर विमान को उतारा भी गया। एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम ने 4 घंटे चली जांच और टेस्टिंग के दौरान यह देखा और जाना कि सतना एयरपोर्ट में रनवे का पूरा सिस्टम ओके है या नहीं, उपकरण पूरी तरह से हाईटेक हैं या नहीं। सतना पहुंची एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की टीम ने एयरपोर्ट के अंदर लगे कम्युनिकेशन नेविगेशन सिस्टम (CNS) के उपकरणों की पूरी जांच की।

की जाएगी निगरानी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सीएनएस (कम्युनिकेशन नेविगेशन सिस्टम) का मुख्य कार्य हवाई यातायात प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है। बता दें कि संचार और नेविगेशन सिस्टम किसी भी विमान की सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। ये सिस्टम पायलट, हवाई यातायात नियंत्रकों और ग्राउंड स्टाफ को सूचना आदान-प्रदान करने, उड़ान की स्थिति की निगरानी करता है।