चित्रकूट, डेस्क रिपोर्ट। लगभग ढाई साल पहले चित्रकूट के जानकीकुंड स्थित स्कूल की बस से तेल उद्यमी के दो मासूम जुड़वां भाइयों के अपहरण के बाद हत्या मामले का फैसला 26 जुलाई को अदालत दे सकती है। इस मामले की गूंज यूपी व एमपी के राजभवन तक पहुंची थी।
ऊर्जा मंत्री की दो टूक- हर हाल में 15 महीने में धरातल पर लाएँ यह प्रोजेक्ट
गौरतलब है कि चित्रकूट के रामघाट निवासी तेल उद्यमी बृजेश रावत के छह साल के जुड़वा बच्चे श्रेयांश व प्रियांश का 12 फरवरी 2019 को जानकीकुंड स्थित स्कूल की छुट्टी होने के बाद स्कूल बस से आते समय बाइक सवार युवकों ने तमंचा दिखाकर अपहरण कर लिया था। फिरौती एक करोड़ रुपये की मांगी गई थी बीस लाख रुपये देने के बाद भी आरोपियों ने दोनों को मारकर शरीर पर पत्थर बांध बांदा जिले के अतर्रा के पास नदी में फेंक दिया था। इस कांड का सतना मप्र की अदालत में विशेष सुनवाई हुई है। जिसमें मुख्य आरोपी राजू द्विवेदी समेत पांच को पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया है। एक आरोपी ने जेल में ही खुदकुशी भी कर ली है। बच्चों के पिता ने बताया कि अदालत 26 जुलाई को फैसला सुना सकती है। इसके लिए सभी परिजन आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की प्रार्थना कर रहे हैं।