Negligence of Satna District Hospital : सतना जिला अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई है। यहां सामान्य वार्ड में आम मरीजों के साथ एड्स मरीज को भर्ती कर दिया गया। इतना ही नही, एक ही डॉक्टर नर्स व वार्ड ब्वाय एड्स मरीज और आम मरीजों का इलाज भी कर रहा है, जिससे वार्ड में भर्ती आम मरीज भयग्रस्त है। जिला अस्प्ताल प्रबंधन की घोर लापरवाही उजागर होने के बावजूद प्रबंधन बेपरवाह बना हुआ है।
जनरल वार्ड में किया भर्ती
जिला अस्पताल के वार्ड नंबर एक में एड्स मरीज को आम मरीजों के साथ भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। ये एक कैदी है और बीमार एड्स मरीज को जेल प्रहरी द्वारा सतना सेंट्रल जेल से लाकर यहां भर्ती कराया गया है। इस एड्स मरीज को हार्निया है जिसके इलाज के लिए उसे यहां लाया गया है। इस बात की जानकारी होने के बावजूद जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीज को विशेष एड्स रूम में भर्ती करने की बजाय जनरल वार्ड में आम मरीजों के बीच भर्ती कर दिया गया है।
ठीक से इलाज भी नहीं किया जा रहा है
ये मरीज दो दिन से जनरल वार्ड में भर्ती है और नर्स डॉक्टर वार्ड ब्वाय अन्य मरीजों के साथ एड्स मरीज का भी इलाज कर रहे है। वहां भर्ती अन्य लोग इससे घबराए हुए हैं और उनका कहना है कि ये स्थित खतरनाक साबित हो सकती है। वार्ड में भर्ती अन्य मरीज भयग्रस्त है। जानकारी के मुताबिक इस कैदी मरीज को 2021 में नकली नोट बनाने व चलाने के जुर्म में अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई थी। सतना सेंट्रल जेल में ही सजायाफ्ता कैदी को एड्स का रोग हो गया था। इस मरीज ने बताया कि रोग की जानकारी के बावजूद जिला अस्पताल प्रबंधन ने आम वार्ड में भर्ती कर दिया है और डॉक्टर उसके हर्निया का इलाज भी नहीं कर रहे है। अब उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज भेजने की बात कही जा रही है। जिला अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही के उजागर होने पर हमने प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नही हो सका है।
सतना से मो. फारुख की रिपोर्ट