चित्रकूट में श्रीरामलीला महोत्सव का समापन, CM ने किया नौका विहार

राघव प्रयाग घाट पर रामायण के मंचन से शहर में अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस-प्रशासन भी तैनात है, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना घटे।

Sanjucta Pandit
Published on -
Satna News

Satna News : मध्य प्रदेश के चित्रकूट में 7 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रीरामलीला महोत्सव का समापन हो चुका है। जिसका आयोजन नयागांव स्थित श्री राघव प्रयाग घाट में हुआ था। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने मंदाकिनी नदी में नौका विहार किया। साथ ही कलाकारों के संग फोटो भी खिंचवाई, जोकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

मध्य प्रदेश सरकार संस्कृति विभाग के तत्वाधान में आयोजित इस उत्सव में भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी तैनात रहे, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घट सके। समापन समारोह में कार्य पूरे प्रदेश भर के लोग पहुंचे थे।

श्रीरामलीला महोत्सव का समापन

इस उत्सव के आखिरी दिन बहुत से तरह के नाटक किया प्रसंग का मंचन किया गया। जिसमें सेतु बांध, रामेश्वरम स्थापना, रावण-अंगद संवाद, कुंभकरण, मेघनाथ और रावण मरण सहित श्री राम राज्याभिषेक शामिल था। समां बांधने के लिए लोक गायकी कल्याणी मिश्रा भी पहुंची थी। जिन्होंने बघेली लोकगीतों के माध्यम से लोगों का दिल जीत लिया। इस दौरान भगवान की झांकी भी निकाली गई, जिसका सीएम ने आरती भी उतारी। इस दौरान संस्कृति विभाग मंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। बता दें कि इस उत्सव में मलेशिया, इंडोनेशिया, थाइलैंड और कंबोडिया से कलाकार पहुंचे थे।

CM ने किया नौका विहार

इस खास मौके पर सीएम ने पशुपालकों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन की क्षमता 9% है, जिसे अगले 2 साल में 20% तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, उन्हें बोनस दिया जाएगा और गोवर्धन पूजा का भी आयोजन किया जाएगा।


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News