सीहोर, अनुराग शर्मा : त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण के आए नतीजों के बाद भाजपा के अंदरखानों में बगावत भी तेज हो गई है। सीहोर के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने आरोप लगाया है कि जिस तरह से सीहोर जनपद पंचायत के पहले चरण के चुनाव नतीजे आए हैं वह भाजपा के लिए शर्मनाम स्थिति है।
जिला पंचायत, जनपद पंचायत सहित सरपंच पदों के लिए खड़े हुए उम्मीदवारों को भाजपा नेताओं सहित विधायक सुदेश राय ने समर्थन दिया था और उनके लिए प्रचार-प्रसार किया था उससे तो हर जगह भाजपा प्रत्याशियों की ही जीत होनी थी, लेकिन जहां-जहां सीहोर के भाजपा नेताओं ने प्रत्याशियों पर अपनी मोहर लगाई थी वहां-वहां सब जगह भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की हार हुई है।
यह भाजपा की नहीं, बल्कि क्षेत्र के नेताओं की हार है, यह उनकी व्यक्तिगत हार है। जसपाल सिंह अरोरा ने यह भी कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव एवं नगरीय निकाय चुनाव भाजपा के लिए सेमीफाइनल हैं, लेकिन पहले चरण की मतगणना ने नजीते अच्छे नहीं दिए हैं। अब कहीं 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी यहां न हार जाए, इस पर भी मंथन करना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया है कि पार्टी में उनकी लगातार अनदेखी की जा रही है। हाल ही में नगरीय निकाय चुनाव के लिए बनाई गई समितियों में भी उनको नहीं रखा गया है। वे पार्टी विरोधी नहीं हैं और पार्टी यदि उन्हें काम करने का आदेश देगी तो वे मैदान में उतरकर पार्टी के लिए काम करेंगे। क्या कुछ कहा भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा ने सुनिये उनकी ही जुवानी।