MP पुलिस ने जय श्री गायत्री फूड प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री के मैनेजर को किया गिरफ्तार, 50 करोड़ से अधिक का नुकसान

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्त में आए आरोपी की पहचान वामीक सिद्धकी के रुप में की गई है। जिसे कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है और अब भोपाल पुलिस द्वारा उसे वापस लाया जा रहा है।

Sehore News : सीहोर जय श्री गायत्री फूड प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में काम करने वाला मैनेजर 1 साल से फरार था वामीक सिद्धकी जो भोपाल पुलिस ने इस पर 10000 का इनाम भी रखा था कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस गिरोह पर 10 हजार का इनाम भी रखा है चारो बदमाश 1 साल से फरार थे वामिक सिद्दीक़ी को आजकानपुर पुलिस ने धर दबोचा और आज भोपाल पुलिस उसको लेकर के भोपाल आ रही है।

3 फरार

अभी भी तीन शातिर बदमाश फरार है, जिसमें एक बड़ा नाम बलजीत शर्मा जो अभी भी कुवैत मैं है। दूसरा बदमाश हितेश पंजाबी इस ने तो जयश्री गायत्री फ़ूड के मालिक को धोखा देने की हद ही कर दी। पहले डिस्ट्रिब्यूटर बन कर मिल्कमैजिक ब्रांड मैं उत्पाद ख़रीदे 6 साल तक उसके बाद सुनील त्रिपाठी और हितेह पंजाबी ने मिल कर दुबई मैं एक कंपनी बनाई और जिस ब्रांड का डिस्ट्रीब्यूशन लिया था। उसी ब्रांड को धोखा दे कर ख़ुद के नाम पर रजिस्टर्व्ड करवा लिया, जो किशन मोदी का ब्रांड है और तीसरा मुख्य आरोपी अभिषेक त्रिपाठी ये सुनील त्रिपाठी का भतीजा है, जो कि सुगम फ़ूड का मालिक है।

तलाश जारी

सुगम फ़ूड द्वारा ही ये समस्त चोरी और इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया था इस पूरे कांड मैं सुनील त्रिपाठी और अभिषेक त्रिपाठी की मुख्य भूमिकाहै। सुनील त्रिपाठी आठ महीने जेल काटने के बाद भी जयश्री गायत्री फ़ूड को बर्बाद करने की भरकस कोशिश कर रहा है लेकिन सच्चाई कभी नहीं छुपती। अब क्राइमब्रांच भोपाल बाक़ी के आरोपियों को ढूँढ रही है, ताकि जय श्री गायत्री फ़ूड के साथ पचास करोड़ से जायदा का जो नुक़सान हुआ है, उसकी रिकवरी हो पाये।

सीहोर से अनुराग शर्मा की रिपोर्ट


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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