सीहोर, अनुराग शर्मा। सीहोर के ग्रामीण परिवेश के एक दूल्हा-दुल्हन ने अनूठे अंदाज शादी की। उन्होंने अग्नि के सात फेरे लेने की बजाय बाबा साहेब के चित्र को साक्षी मानकर उसके सम्मुख सात फेरे लिए, साथ ही संविधान की रक्षा की शपथ लेकर इन्होने अपने नये दाम्पत्य जीवन की शुरुआत की।
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मुलानी गाँव के रहने वाले 23 साल के दीपक मालवीय का विवाह शाजापुर जिले के लसूडिया गौरी गाँव की रहने वाली 22 साल की आरती मालवीय के साथ तय हुआ। यह शादी सीहोर के मालवीय बलाई समाज के मंदिर में सम्पन्न हुई जहां नव युगल ने संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर के चित्र के सम्मुख हाथों में संविधान की किताब लेकर विवाह रचाया। अग्नि के फेरे लेने की बजाय बाबा साहेब के चित्र को साक्षी मानकर उसके सम्मुख सात फेरे लेकर संविधान की रक्षा की शपथ भी ली गई। इस अनूठे विवाह समारोह के संयोजक और सामाजिक कार्यकर्ता राजेश मालवीय का कहना है कि कोरोना काल में जब लोगों के सामने आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है, उनके समाज ने संकल्प लिया है कि लोगों को सादगी भरे विवाह कराने के लिए प्रेरित करेंगे। पिछले लॉकडाउन में भी उन्होने करीब 35 जोड़ों की इसी तरह शादी करवाई है। इससे जहां आडंबरों और फिजूल के खर्चों से मुक्ति मिलती है, वहीं संविधान के पालन की शपथ लेकर हम एक जागरूक नागरिक होने का कर्तव्य भी निभाते हैं।