सीहोर| अनुराग शर्मा| नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में शनिवार को वर्ग विशेष समुदाय द्वारा स्थानीय कस्बा क्षेत्र की पुख्ता मस्जिद में प्रदर्शन करते हुए बिल को वापस लेने की मांग का ज्ञापन सौंपा गया| सैकड़ों की तादाद में उमड़े प्रदर्शनकारियों को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे तो कस्बा क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया था|
केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन बिल लागू करने के बाद शनिवार का दिन शहर के लिए काफी महत्वपूर्ण था, क्योंकि वर्ग विशेष द्वारा इस बिल के विरोध में प्रदर्शन किया जाना था. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा जिले में धारा 144 लागू की गई है, इस वजह से प्रदर्शनकारियों को एक ही स्थान पर एकत्रित होने और वहीं ज्ञापन सौंपने की अनुमति दी गई थी.
सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर होने वाले विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन काफी मुस्तैद बना हुआ था. रात को ही जिले भर के थानों से पुलिस बल बुला लिया गया था. पूरी रात प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस अधिकारी शहर की प्रत्येक गतिविधि पर नजर बनाए हुए थे. शनिवार की सुबह जिले के आसपास के थाना क्षेत्रों से गुजरने वाले वाहनों की चैकिंग का अभियान शुरू हो गया था. विशेषकर बाहर से आने वाले वाहनों और जिला मुख्यालय पर पहुंचने वाले वाहनों की सूक्ष्मता से चैकिंग की जा रही थी. प्रशासन द्वारा पुलिस बल के अलावा जिले भर के कोटवारों और यहां तक कि वन विभाग के कर्मचारियों की सेवाएं भी सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से ली गई थीं.इसके अलावा ड्रोन कैमरों की मदद से भी हर हरकत पर नजर रखी जा रही थी.
अधिकारियों की अगुवाई में फ्लैग मार्च
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर होने वाले विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस छावनी में तब्दील शहर की सडक पर पुलिस बल ने फ्लैग मार्च किया. इस अवसर पर कलेक्टर अजय गुप्ता, एसपी एसएस चौहान, एडीएम व्हीके चतुर्वेदी, एसडीएम आदित्य जैन, एएसपी समीर यादव स्वयं मार्च के साथ शामिल थे. इसके अलावा शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर भारी पुलिस बल तैनात था.
उत्सकुतापूर्ण बना रहा माहौल
नागरिकता बिल को लेकर होने वाले विरोध प्रदर्शन और पुलिस की मुस्तैदी को देखकर शहरवासी भी उत्सुक थे. बिल का विरोध करने के लिए जिले भर से वर्ग विशेष के नागरिकों का आना बना हुआ था. यह सभी लोग पुख्ता मस्जिद में एकत्रित हुए और नागरिकता संशोधन बिल का पुरजोर विरोध किया. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा. जिसमें एनआरसी और सीएए बिल को वापस लेने की मांग की गई. आयोजन शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के बाद जहां प्रशासन द्वारा राहत की सांस ली गई, वहीं आमजन ने भी राहत महसूस की. सीहोर जिले के सभी थानों का फोर्स लिया गया वन विभाग का भी फोर्स था 638 फोर्स बल तैनात था बाहर से कोई फोर्स नहीं लिया गया सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता ने वन विभाग के फोर्स तारीफ की और बधाई दी