राज्य की जनता कष्ट में हो, वहां का राजा जो अपने कर्तव्य का पालन नहीं करता वह नर्क का गामी होता है – रमेश सक्सेना पूर्व विधायक

Amit Sengar
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Sehore News : पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना ने किसानों के मुददे को लेकर सर्वे पर कई सवाल खड़े करते हुए कहा है कि बीते दिनों प्राकृतिक आपदा बरसात और ओले के कारण सीहोर विधान सभा क्षेत्र में फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। किसान की मेहनत पर पानी फिर गया है किसान परेशान है, उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फसलों के सर्वे का तो बोल दिया है, लेकिन नीचे स्तर पर बीमा कंपनियां और अधिकारी कर्मचारी किस प्रकार से सर्वे कर रहे है, यह आपको विदित नहीं है।

सरकार दे किसानों को मुआवजा

ये आपको तब पता चलेगा जब सही तरीके से सर्वे कर किसान को मुआवजा मिलेगा, किसान की फसल को नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जाए, सरकार मुआवजा दे, बीमा कंपनी से ऐसा एग्रीमेंट किया जाए, जब प्रत्येक किसान अपना बीमा कराता है, तो उसको व्यक्ति गत रूप से बीमा मिलना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है, बीमा कंपनी अपने हिसाब से सर्वे करती है और किसानों को बीमा नहीं मिल पाता है।

MP की राजनीति में रामचरित मानस की एंट्री

उन्होंने राम चरित मानस की एक चौपाई बांचते हुए कहा कि  जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी, सो नृप अवसि नरक अधिकारी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी आप खुद समझते हैं।  जिस  राजा के राज में प्रिय प्रजा दुखी होती है उस राजा को नरक का अधिकारी बनना पड़ता है। मेरा ऐसा मानना है कि प्रदेश की पूरी प्रजा दुखी है, नौजवान दुखी है, बेरोजगार दुखी है, मंहगाई चरम सीमा पर है।
सीहोर से अनुराग शर्मा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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