वन रक्षक की मौत से कर्मचारियों में आक्रोश, वन परिक्षेत्र अधिकारी पर लगाये प्रताड़ित करने के आरोप, जिले से तत्काल हटाने की मांग

कर्मचारी संघ ने कहा कि सुश्री वंदना मेहतो से यदि किसी कर्मचारी शिकायत की जाती है तो इनके द्वारा उसे मानसिक एवं आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है।

Seoni-Malwa News: नर्मदापुरम वृत के अंतर्गत आने वाले सिवनी मालवा जिले की वन परिक्षेत्र अधिकारी वंदना मेहतो के खिलाफ कर्मचारियों में बहुत गुस्सा है, उनपर कर्मचारियों से असंतुलित एवं क्रूर व्यवहार करने के आरोप वन कर्मचारी ही लगा रहे हैं और उन्हें तत्काल सिवनी मालवा जिले से हटाने की मांग कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश वन कर्मचारी संघ भी अपने कर्मचारियों के साथ उनके हक़ की लड़ाई में शामिल हो गया है, वन कर्मचारी संघ नर्मदापुरम के संरक्षक मधुकर चतुर्वेदी ने मुख्य वन संरक्षक नर्मदापुरम वृत को और मध्य प्रदेश कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव आमोद तिवारी ने वन मंत्री और प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल को पत्र लिखकर वंदना मेहतो को जिले से हटाने की मांग की है।

मृतक वन रक्षक के पिता ने Police में दर्ज कराई शिकायत

वन कर्मचारी नेताओं द्वारा शासन को भेजे गए पत्र में लिखा है कि वंदना मेहतो वन परिक्षेत्र अधिकारी सिवनी-मालवा के कार्यकलापों से आहत वन कर्मचारी आक्रोश में है कर्मचारियों ने आरोप लगाया है वन रक्षक मंगल पांडे से शासकीय आवास खाली करने का अत्यधिक दवाब डाला गया जिससे  2 अक्टूबर 2024 को हार्ट फेल हो जाने से उनकी मृत्यु हो  गई, इसकी  लिखित शिकायत पुलिस थाना सिवनी-मालवा में मंगल पांडे वनरक्षक के पिता ने की है।

forest guard Mangal Pandey की मौत का आरोप वंदना मेहतो पर

मधुकर चतुर्वेदी के मुताबिक मंगल पांडे वनरक्षक अत्यंत मृदुभाषी , बहुत ही होशियार कर्मचारी थे। शोक प्रकट करने हेतु एकत्र हुए सभी कर्मचारी मंगल पांडे की मृत्यु का कारण वंदना मेहतो वन परिक्षेत्र अधिकारी की प्रताड़ना एवं दमनात्मक कार्य प्रणाली बता रहे थे तथा उन्हें अविलंब हटाने की मांग कर रहे थे। कर्मचारियों में बहुत गुस्सा था, जसी देखते हुए मधुकर चतुर्वेदी ने वन मंडल अधिकारी मयंक गुर्जर से बात की, उन्होंने जांच एवं उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई।

Vandana Mehto के खिलाफ 2023 में भी कर्मचारी लामबंद हुए थे

आपको बता दें, वंदन मेहतो वन परिक्षेत्र अधिकारी सिवनी-मालवा के विरुद्ध वर्ष जून 2023 में भी सभी कर्मचारी लामबंद हुए थे। जब ये हरदा में पदस्थ रही तब भी सभी कर्मचारियों ने इनके द्वारा वनरक्षक अजय वामने को प्रताड़ित किए जाने से प्रचंड विरोध किया जा चुका है। चतुर्वेदी ने शिकायत में कहा कि वंदना मेहतो महिला होने एवं अति शीघ्र आंसू बहाने में माहिर होने से अधिकारियों को भ्रमित करती रहती है । कर्मचारी इन्हें मानसिक रूप से विकृत बता रहे है , जिसकी पुष्टि पुलिस टी आई सिवनी-मालवा के समक्ष व्यवहार एवं फोटो-ग्राफ तथा आसपास के एकत्र नागरिकों ने भी मुझे बताई है।अनुरोध है कि इन्हें जल्द से जल्द हटाया जाये।

वन रक्षक की मौत से कर्मचारियों में आक्रोश, वन परिक्षेत्र अधिकारी पर लगाये प्रताड़ित करने के आरोप, जिले से तत्काल हटाने की मांग


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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