Sex Racket : होटल में चल रहा था देह व्यापार, दूसरे राज्य की युवतियों सहित 10 हिरासत में

Atul Saxena
Updated on -
sex racket

इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।  कोरोना का दूसरी लहर का खतरा अभी पूरी तरह से समाप्त भी नहीं हुआ है कि सेक्स वर्कर्स ने देह व्यापार करना शुरू कर दिया। शुक्रवार को मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बड़े सेक्स रैकेट (Sex Racket) का पुलिस ने पर्दाफाश किया। पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बॉम्बे हॉस्पिटल के नजदीक स्थित होटल में छापा मारकर मौके से 2 युवतियों और 8 युवकों को हिरासत में लिया है।

जानकारी के मुताबिक लसूड़िया थाना क्षेत्र में स्थित एक होटल में में सेक्स रैकेट (Sex Racket) संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने इस पूरे मामले में 8 युवक ओर दो युवतियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक दो युवतियां हैदराबाद से आकर इंदौर में सेक्स रैकेट (Sex Racket) संचालित कर रही थी जिससे पुलिस पूछताछ में जुटी है।  वहीँ युवतियों के मोबाइल नम्बर के आधार पर भी तफ्तीश की जा रही है ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके।  इस पूरे मामले में होटल संचालक की भूमिका भी संदेह के घेरे में है लिहाजा, पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।

Sex Racket : होटल में चल रहा था देह व्यापार, दूसरे राज्य की युवतियों सहित 10 हिरासत में

ये भी पढ़ें – Sex Racket: बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा, आपत्तिजनक स्थिति में लड़के-लड़कियां गिरफ्तार

लसूड़िया थाना पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद इंदौर एसपी पूर्व आशुतोष बागरी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी 2 लड़कियां हैदराबाद से आई हुई हैं और यहां पर सेक्स रैकेट का संचालन कर रही है।  उन्होंने बताया कि  लोकल लेवल पर लोग इस पूरे रैकेट में इन्वाल्व है। पुलिस ने आज सुबह दबिश देकर 2 लड़कियां और 8 लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।  एसपी इंदौर पूर्व आशुतोष बागरी ने बताया पुलिस मोबाइल कॉल  डिटेल और पेमेंट के लेनदेन को लेकर भी जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि लड़कियां बॉम्बे हॉस्पिटल के पास एक होटल में रह रही थी। इस मामले में होटल संचालक से भी पुलिस की पूछताछ जारी है।

ये भी पढ़ें – Indore: खुली खिड़की का फायदा उठाकर चोर ले भागे 4 मोबाइल व 10 हजार रुपये, घटना सीसीटीवी में कैद


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News