शहडोल में छाछ पीने से बच्चे की मौत, पांच की हालत गंभीर

Gaurav Sharma
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शहडोल डेस्क रिपोर्ट। शहडोल के एक गांव में छाछ पीने से एक बच्चे की मौत हो गई है और परिवार के पांच अन्य सदस्यों की हालत गंभीर है। इन सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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शहडोल के जैतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कोठी ताल में रहने वाले राजेश पलिहा के परिवार के सदस्यों ने बीती रात छाछ पिया था। छाछ पीने के बाद सदस्य सो गए लेकिन उनकी हालत बिगड़ने लगी। हालत बिगड़ती देख सभी को प्राथमिक उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल जैतपुर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र ले जाया गया।जब हालत मे सुधार नही दिखा तो इनको शहडोल लाया गया। लेकिन वहां पर 6 वर्षीय लोकेश की मौत हो गई। इसके बाद परिवार के पांच अन्य सदस्यों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें चार पुरुष राजेश, उदयभान, धनराज और अखिलेश शामिल है। वही सुंदरी नामक एक महिला की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल जिला अस्पताल में इन पांचों का इलाज चल रहा है।

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जैतपुर थाने में पुलिस ने इस मामले को विवेचना में ले लिया है और इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर छाछ मे ऐसे तत्व कैसे आए जो जानलेवा साबित हुए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल मामला विवेचना में है और जानकारी व साक्ष्य एकत्र होने के बाद ही इस मामले में कुछ प्रामाणिक रूप से कहा जा सकेगा।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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