शहडोल, अखिलेश मिश्रा
कोरोना का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है बल्कि रोजाना शहडोल जिले में कोरोना के मरीज मिलते जा रहे हैं लेकिन इन सब को दरकिनार कर सारे नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है| जी हां हम बात कर रहे हैं शहडोल जिले के बुढार विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत बरिगमा 24 की जहां एक प्राइवेट संस्थान के शिक्षक के द्वारा पूरे गांव के बच्चों को एकत्रित कर शिक्षा की क्लास लगा रहे हैं| जहां सैकड़ों की तादाद में गांव के बच्चे पढ़ने आते हैं लेकिन अचरज की बात तो यह है कि पूरे गांव में स्कूल संचालित हो रहा है लेकिन जिला प्रशासन को इस बात की खबर भी नहीं है।
स्थानीय सूत्रों की माने तो शाइनिंग स्टार ब्लॉसम पब्लिक स्कूल के नाम से रजिस्ट्रेशन नहीं है| बावजूद इसके इस संस्थान को बारिगमा गांव में बेखौफ चलाया जा रहा है| जहां नन्हे-मुन्ने नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है| इसके संचालक अब्दुलतालिब खान उर्फ तब्बू का कहना है कि स्कूल पहले ही चालू कर दी गई है और रजिस्ट्रेशन आने वाले सत्र में करा दिया जाएगा| हालांकि स्कूल के संचालक नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से बिल्कुल नहीं चूक रहे हैं|
रसीद काटकर वसूले लाखों रुपए
साइनिंग स्टार ब्लॉसम पब्लिक स्कूल के नाम से रसीद बनवा कर स्कूल के संचालक ने जमकर वसूली की है, किसी से 1000 से 1500 तो किसी से 2000 से 3000 तक की रसीद काटकर लाखों रुपए वसूले| हालांकि इस मामले की शिकायत भी की गई है लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने ना जाने क्यों मामले को ठंडे बस्ते में रख दिया, शिकायतकर्ता ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि गांव के हर घर से बच्चों के परिजनों से रुपए शिक्षा के नाम पर वसूले गए हैं इसके बावजूद भी अधिकारी कार्यवाही करने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
बच्चो की जान से खिलवाड़
एक ओर जहां गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है वहीं दूसरी ओर शिक्षा की अलख जगाने वाले गुरु ही बच्चों के मौत का कारण बन सकते हैं.? कोरोना जैसी महामारी से पूरा देश सहम गया है लेकिन एक ऐसा शिक्षक जो कोरोनावायरस की महामारी से नहीं डरता और ना ही डरने दे रहा है बारिगमा गांव के नन्हे-मुन्ने बच्चों को एकत्रित कर शिक्षा देने की बात करने वाले शिक्षक ना तो बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं ना ही सैनिटाइजर करवा रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवा रहे हैं इन सभी नियमों को तोड़ते हुए बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।
मीडिया को देख भागने लगे शिक्षक
इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी जैसे ही मीडिया कर्मियों को लगी तो मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे और जायजा लिया जहां देखा गया कि शिक्षक लगभग 2 दर्जन से अधिक बच्चों को एकत्रित कर 10 बाय 10 के कमरे में बैठा कर शिक्षा दे रहे हैं मीडिया को देख शिक्षक बच्चों को दूसरे कमरे में ले जाने लगें और खुद भागने लगे अब देखना यह है कि आखिर कब तक ऐसे शिक्षक के विरुद्ध प्रशासन कार्यवाही करता है बहरहाल स्कूल संचालित है।