शाजापुर, डेस्क रिपोर्ट। शाजापुर जिले के कालापीपल में तालाब में डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई, यह 3 बच्चे शनिवार शाम से लापता थे। तीनों बच्चों की खोजबीन हो रही थी। खोजबीन के दौरान रविवार सुबह तीनों बच्चों के कपड़े और जूते तालाब किनारे पड़े हुए मिले, कपड़े और जूते तालाब के किनारे नजर आते ही पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तलाश शुरू की तो तीनों बच्चों के शव मिल गए।
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तीनों के शवों को पीएम के लिए कालापीपल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। मृत बच्चों में कालापीपल के भुरिया खजुरिया गांव के नैतिक पुत्र रामबाबू (9), अभिषेक पुत्र अमरसिंह बागरी (13) और अभिषेक पुत्र आत्माराम (10) है, शनिवार स्कूल से घर आने के बाद तीनों चौराहे पर खेलने के लिए गए और देर रात तक वापस नहीं लौटे, तो परिजनों और ग्रामीणों ने तीनों बच्चों की आसपास के इलाके में तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने कालापीपल पुलिस को भी शिकायत की। रविवार सुबह गांव के पास बने तालाब के किनारे खोजबीन के दौरान तीनों बच्चों के कपड़े और जूते दिखाई दिए।
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इस पूरे मामलें में चौकाने वाला पहलू यह है कि तालाब पूरी तरह से सूखा है। पूरे तालाब में पानी नहीं है, लेकिन अवैध उत्खनन करने वालों ने तालाब के अंदर खुदाई कर दी। तालाब में करीबन 30 फीट गहरी खुदाई के कारण उसमें एक गहरा गड्ढा हो गया था, उसमें पानी भरा हुआ था। संभवतः तीनों बच्चे वहां नहाने के लिए चले गए। तीनों बच्चों में एक तैरना जानता था। उन दोनों को बचाने में वह भी डूब गया। बताया जा रहा है कि तीनों बच्चों में अभिषेक पुत्र अमरसिंह अपने माता-पिता का एक ही बेटा था। इसकी एक बहन है। अभिषेक की मौत से माता-पिता को गहरा सदमा लगा है। तीनों बच्चे अलग-अलग परिवार के हैं। तीन परिवारों के चिराग बुझ गए। तालाब में बच्चों की जानकारी लगते ही बच्चों के परिजन और ग्रामीण तालाब पर पहुंच गए। जैसे ही बच्चों के शव निकाले गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। घटना से पूरे गांव में मातम छा गया। इनमें से दो बच्चे कक्षा चौथी और एक बच्चा कक्षा 8वीं का छात्र था और गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ने जाते थे।