शिवपुरी : फॉरेस्ट टीम पर हमला करने वालों पर की बड़ी कार्रवाई, जानें क्या है पूरा मामला

Amit Sengar
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शिवपुरी,शिवम पाण्डेय। मध्यप्रदेश के शिवपुरी (Shivpuri) जिले से वन, पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम की बड़ी कार्रवाई की है जहाँ सतनवाड़ा रेंज की चिटौरा – चिटौरी वीट अंतर्गत बुद्धूवारी क्षेत्र में बीते रोज गुर्जरों द्वारा वन भूमि की जमीन जोतने के बाद वन भूमि पर कब्जा कर रहे ग्रामीणों को समझाने गई वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया गया था हमला इतना भीषण था कि पांच वनकर्मी भी मौके पर घायल हो गए थे। इसके बाद सोमवार को प्रशासन एक्शन में आया। वन विभाग, पुलिस विभाग और राजस्व की संयुक्त टीम ने वन भूमि पर कब्जा करने वालों और वन कर्मियों पर हमला करने वालों के ग्राम अमरखोआ में अवैध निर्माण कर बनाए गए दो पक्के मकान, दस कच्चे मकान और अस्थाई तौर पर कब्जाई वन भूमि पर बुलडोजर चलाकर कर सरकारी भूमि पर किए गए अवैध निर्माण को नेस्तानाबूद कर शासकीय भूमि को मुक्त करा लिया।

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वन विभाग के एसडीओ एमके सिंह ने बताया कि जब संयुक्त टीम कार्रवाई करने पहुंची थी तो मौके से सभी आरोपी फरार हो गए। जानकारी के अनुसार चितौरा चटोरी बीट क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 65 में स्थित अमरखोआ के बुद्धूवारी क्षेत्र में कुछ लोगों के द्वारा वन भूमि पर पेड़ों को काटकर अतिक्रमण कर समतल खेत बना लिए गए है। उन खेतों पर फसल के लिए जुताई भी की गई है।

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सूचना मिलने के बाद रविवार को वनपाल विष्णु पुत्र चतुर्भुज सेन उम्र 61 साल, हरेंद्र पुत्र कमरलाल जाटव उम्र 32 साल, सचेंद्र पुत्र लखन रघुवंशी उम्र 31 साल, देवऋषि पुत्र बृजेश कुमार उम्र 38 साल, आशीष पुत्र हरिकुमार मिश्रा उम्र 36 साल वन भूमि पर किया गया अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। इसी दौरान वन कर्मियों पर अतिक्रामक सवाराम गुर्जर, दीना गुर्जर, दस्यु गुर्जर, रघुवर गुर्जर, गिन्टू गुर्जर, विजय गुर्जर, वीरू गुर्जर, अमरसिंह गुर्जर सहित 5 अन्य लोगों ने डंडो से हमला बोल दिया और करीब आधा घंटे तक उनकी जमकर मारपीट की थी।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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