Shivpuri News : जनसुनवाई में महिला ने खुद पर छिड़का पेट्रोल, फैली सनसनी

Amit Sengar
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Shivpuri Public Hearing News : मध्य प्रदेश में हर मंगलवार के दिन जिले स्तर पर जनसुनवाई की जाती है। जिसके कारण पीड़ित पक्ष अपनी बात निडरता के साथ रख सके और जिससे उसे न्याय मिल सके। इसी उम्मीद से मंगलवार को कलेक्ट्रेट ऑफिस में लोगों की परेशानियां सुनी जाती है। इसी क्रम में शिवपुरी जिले में आयोजित जनसुनवाई में पहुंची महिला ने अपर कलेक्टर के सामने ही खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया। महिला माचिस जलाने ही वाली थी लेकिन तब वहां मौजूद अधिकारी-कर्मचारियों ने महिला को बचा लिया।

यह है पूरा मामला

बता दें कि बामौर कलां के हर्सरा गांव के रहने वाले सिरनाम लोधी अपनी पत्नी सुगन बाई के साथ मंगलवार सुबह जनसुनवाई के लिए कलेक्ट्रेट आए थे। यहां उन्होंने अपनी जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ शिकायती आवेदन जमा किया। इस दौरान सुनवाई में कलेक्टर की जगह अपर कलेक्टर करा रहे थे। उन्होंने दंपत्ती की बात को गंभीरता से नहीं सुना। जिससे नाराज होकर सगुन बाई ने शॉल में रखी पैट्रोल निकलकर अपने ऊपर छिड़क लिया। जैसे ही दंपत्ती ने माचिस निकाली वैसे ही वहां मौजूद अधिकारी दंग रह गए। फिर उन्हें पकड़ लिया और उनसे माचिस छीनकर उनकी समस्या सुनी। रोते बिलखते दंपति ने बताया कि उनकी जमीन पर उनके ही परिवार के कोमल सिंह लोधी और रामस्वरूप लोधी ने पटवारी और तहसीलदार के साथ मिलकर जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसके अलावा एक मकान पर भी दोनों ने मिलकर कब्जा कर लिया है।

बामोरकला थाने में जब इसकी शिकायत दर्ज कराई तो उलटा पुलिस ने हमसे मारपीट करने लगी। और झूठे आरोप में पति सिरनाम लोधी को गिरफ्तार कर लिया गया। आगे पीड़िता ने बताया कि 2012 से हम न्याय की गुहार लगा रहे हैं। 10 साल से हमें न्याय नहीं मिल पाया। और परिजन उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही बताया कि उनके पास मौत को गले लगाने के अलावा कुछ और रास्ता नहीं बचा।

जांच के दिए आदेश

कलेक्टर ने बताया कि पीड़ित के साथ पुलिस ने अच्छा व्यवहार नहीं किया है। इसके साथ ही उनकी जमीन पर उनके ही परिजनों ने कब्जा कर लिया है। इस मामले की जांच के आदेश दे दिए है, इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

शिवपुरी से शिवम पाण्डेय की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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