कुछ दिन पहले सीधी के संजय टाइगर रिज़र्व में कार्यरत एक कर्मचारी रामसजीवन कुशवाहा ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अब वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने रिजर्व के उप निदेशक राजेश कन्नी पर आरोप लगाया है कि वो रामसजीवन को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहे थे।
इसे लेकर अजय दुबे ने कुछ आधिकारिक पत्रों का हवाला दिया है जो पीड़ित और वन अधिकारियों के बीच भेजे गए थे। उन्होंने सीएम मोहन यादव से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है और कहा है कि दोषी अधिकारियों को तुरंत हटाया जाए, उनकी जवाबदेही सुनिश्चित हो और पीड़ित के परिवार को न्याय मिले।

वन विभाग की आत्महत्या मामले में अधिकारी पर प्रताड़ना के आरोप
मंगलवार को वन विभाग के स्थायी कर्मचारी राम रामसजीवन का शव जिला न्यायालय के पीछे वन विभाग के क्वार्टर के पास एक पेड़ से लटकता पाया गया। उनकी जेब से तीन पन्नों का सुसाइड नोट बरामद किया गया था। इसे लेकर अब वाइल्डलाइफ एक्टिविट्स अजय दुबे ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि उनके सूत्रों द्वारा साझा किए गए पत्राचार से पुष्टि होती है कि रामसजीवन को अधिकारियों द्वारा लगातार यातनाएं दी जा रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय टाइगर रिज़र्व के उप निदेशक राजेश कन्नी द्वारा रामसजीवन का मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किया जा रहा था जिसके चलते उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया।
मुख्यमंत्री से की कार्रवाई की मांग
अजय दुबे ने इस मामले में सीएम मोहन यादव से इंसाफ की गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि पुलिस द्वारा आत्महत्या नोट की तुरंत जब्ती हो। संजय टाइगर रिज़र्व के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और मुख्यमंत्री दोषी अधिकारियों को तुरंत हटाएं, अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करें और पीड़ित के परिवार को न्याय मिले। उन्होंने कहा कि पीड़ित के परिवार को न्याय दिलाने के लिए वो पूरी कानूनी सहायता दिलाएंगे।