सिंगरौली, राघवेन्द्र सिंह गहरवार। लम्बे मंथन के बाद भारतीय जनता पार्टी ने नगर पालिक निगम सिंगरौली से अपना महापौर प्रत्याशी चन्द्रप्रताप विश्वकर्मा को बना दिया है। कई दिनों से जो अटकले लगायी जा रही थीं उन अटकलों पर अब विराम लग गया है। भाजपा के महापौर पद के लिए प्रत्याशियों की लम्बी सूची थी जिसमें जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल, चन्द्रप्रताप विश्वकर्मा, गिरीश द्विवेदी, शिवेन्द्र बहादुर सिंह, रामनिवास शाह, विनोद चौबे, अरविन्द दुबे, इन्द्रेश पाण्डेय सहित एक दर्जन से ज्यादा दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश की थी। अंतिम दौर में भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल का नाम लगभग तय माना जा रहा था परन्तु तमाम दावों को दरकिनार करते हुये पार्टी हाईकमान ने नगर पालिक निगम सिंगरौली के पूर्व अध्यक्ष चंद्रप्रताप विश्वकर्मा पर अपना विश्वास जताते हुये टिकट दे दिया है।
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पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चंद्र प्रताप विश्वकर्मा ने 1990 में भाजपा की सदस्यता ली थी। तब उन्हें पार्टी का जिलामंत्री बनाया गया था। जिला मुख्यालय के ढोंटी के निवासी श्री विश्वकर्मा का परिवार बिलौजी स्थित आगरा मशीनरी नामक एजेंसी का संचालन करता आ रहा है जो अब भी जारी है। लगभग 48 वर्ष के विश्वकर्मा ने जब राजनीति में कदम रखा तो उन्होने अपनी पत्नी श्रीमती मोनिमा विश्वकर्मा को वार्ड क्रमांक 38 से पार्षद का चुनाव लड़ाया उस दौरान उन्होने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था परन्तु लगभग एक वर्ष के बाद वह पुन: भाजपा में शामिल हो गये। सन 2014 में चंद्रप्रताप विश्वकर्मा ने पार्षद का चुनाव लड़ा जिसमें वह विजयी रहे। उस समय श्री विश्वकर्मा नगर पालिक निगम का अध्यक्ष बनने के लिए खूब प्रयास किया और वह नगर पालिक निगम सिंगरौली के अध्यक्ष बन भी गये परन्तु उस समय भी तमाम भाजपा के पदाधिकारियों तथा पार्षदों द्वारा अपने अपने दावे पेश किये जा रहे थे परन्तु सबको मात देते हुये चंन्द्र प्रताप विश्वकर्मा ने निगम के अध्यक्ष का पद अपने नाम कर लिया।
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नगर पालिक निगम सिंगरौली में ब्राह्मण व शाहू वोट ज्यादा है। ओबीसी आरक्षण को लेकर ओबीसी कुछ नाराज भी बताये जा रहे थे जिसे देखते हुये भाजपा ने ओबीसी पर अपना दाव लगाया है। इस बार टिकट वितरण में भाजपा ने कुछ क्राइटेरिया बनायी थी जिसका भी टिकट वितरण में पालन किया गया। भाजपा ने अपने क्राइटेरिया के मुताबिक किसी ऐसे प्रत्याशी को नहीं उतार रही है, जिसकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। यह भी तय था कि मूल कार्यकर्ता को ही टिकट देना ठीक रहेगा। इसके अलावा परिवारवाद से भी परहेज किया है। किसी भी सांसद-विधायक को टिकट नहीं दिया जा रहा है।
चन्द्रप्रताप विश्वकर्मा सिंगरौली विधायक रामलल्लू बैश्य के बहुत करीबी माने जाते हैं जिसका फायदा उन्हें मिलता हुआ दिख रहा है। चंद्र प्रताप विश्वकर्मा एक बेबाक नेता के रूप में जाने जाते हैं। चंद्र प्रताप विश्वकर्मा ने कई बार अपने भाषणों में खुद की पार्टी को भी नसीहत दी है। कांग्रेस पार्टी ने जिलाध्यक्ष अरविन्द सिंह चन्देल को अपना महापौर प्रत्याशी बनाया है। अब तक आम आदमी पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। आम आदमी पार्टी को भाजपा व कांग्रेस के बागियों का इंतजार है। यदि भाजपा या कांग्रेस के बड़े बागी नेता उसमें शामिल होते हैं तो सिंगरौली नगर निगम की लड़ाई और दिलचस्प हो जायेगी।