विधायक ने कलेक्टर से पूछा सवाल- आपने पिछले एक साल में क्या सीखा?

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  मंगलवार को ग्वालियर कलेक्ट्रेट में आयोजित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक उस समय सन्नाटा छा गया जब कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) से सवाल किया कि कलेक्टर साहब आप बताएं कि अपने पिछले एक साल में कोरोना से क्या सीखा?

जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में मंगलवार को फैसला लिया गया कि 15 अप्रैल से ग्वालियर में 7 दिन के लिए कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) लगा दिया जाएगा। जनता के सहयोग से लगने वाले इस कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) में केवल आवश्यक सेवाओं को ही खोलने की अनुमति होगी बाकी बाजार और अन्य सेवाएं बंद रहेंगे। बैठक में कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) भी मौजूद थे उन्होंने कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) से सवाल किया कि कोरोना (Corona) मध्यप्रदेश के लिए नया तो नहीं है। आपने पिछले एक साल में इससे क्या सीखा? विधायक के इतना कहते ही मीटिंग में सन्नाटा छा गया।

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मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में 15 अप्रैल से 7 दिन के कोरोना कर्फ्यू का फैसला हुआ है, मैं ऐसे किसी भी निर्णय का स्वागत करता हूँ जिससे शहर की स्थिति सुधरने वाली हो। उन्होंने कहा कि कोरोना मध्यप्रदेश के लिए कोई नई बात नहीं है ग्वालियर जिला प्रशासन,  कलेक्टर पिछले एक साल से यहीं है पिछले साल क्या परिस्थिति थी कोरोना के कारण  ये जिला प्रशासन ने देखा है। ये अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए बार बार कर्फ्यू लगाना गलत बात है।

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विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि मैंने आज भी कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह और सांसद विवेक शेजवलकर (MP Vivek Shejwalkar) से पूछा कि सात दिन के बाद क्या ? उसका क्या रोडमैप है हमारे पास और आपने पिछले एक साल में ऐसा क्या सीखा कि शहर को आज ये दुर्दिन देखने पड़ रहे हैं।  अस्पताल में जा रहे है तो लोगों की लाशें नहीं पहचानी जा रही हैं।  जो पेशेंट एडमिट हो रहा है उसे लग रहा है कि तिहाड़ जेल में बंद है उसके अटेंडरों को उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही। ये  सब व्यवस्थाएं भी सुधारनी होंगी। विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि मैंने कलेक्टर को कहा है कि एक रोडमैप तैयार करें और अपनी नाकामी छिपाने के लिए तुगलकी फरमान देना बंद करें।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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