परासिया, विनय जोशी। राजनीति की भेंट चढ़ा परासिया जनपद का विकलांग शिविर जिसका खामियाजा अब विकलांगों को भुगतना पड़ा रहा है। दरअसल जनपद पंचायत क्षेत्र में रह रहे करीब 200 विकलांगों को सहायक यंत्र उपकरण दिया जाना था। लेकिन श्रेय की राजनीति के चलते शिविर का आयोजन ही नहीं किया जा रहा है। जबकि जिले के अन्य जनपदों में शिविर लगाकर विकलांगों को सहायक यंत्र उपकाण वितरित किया जा चुका है। वहीं परासिया जनपद में सहायक यंत्र और उपकरण अब तक नहीं बांटे गए हैं जो अब पड़े-पड़े धूल और जंग खा रहे हैं।
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खबर के मुताबिक शासन-प्रशासन के द्वारा शारीरिक रूप से विकलांगो और हितग्राहियों को सहायक यंत्र उपकरण देने के लिए कई योजनाओं के माध्यम से वितरण किया जाता है। इसी क्रम में परासिया विकास खण्ड के अन्तर्गत जनपद पंचायत परासिया में भी शिविर लगाकर यंत्र उपकरणों का वितरण किया जाना था। लेकिन राजनीति और श्रेय लेने की होड़ के कारण शिविर स्थगित हो गया जिसके कारण विकलांगो की मुसीबतें और बढ़ गई।
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जानकारी के अनुसार 16 अगस्त को क्षेत्र में दिव्यांगजन सहायक यंत्र उपकरण शिविर आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के लिए बकायदा शासन और से एसडीएम मनोज कुमार प्रजापति एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी सलीम खान के द्वारा कार्यक्रम को लेकर कार्ड छपवाए गए थे। लेकिन देर रात शिविर को किसी कारण से निरस्त करना पड़ा जिसका खामियाजा विकलांग हितग्राहियों भुगतना पड़ रहा है। विडंबना इस बात की है कि जनपद पंचायत परासिया में अध्यक्ष और विधायक कांग्रेस से हैं। तो वहीं सत्ता में भाजपा है जिस कारण पार्टियों के बीच श्रेय लेने की होड़ लगी है, जिसका परिणाम हितग्राही के साथ वितरित किये जाने वाले सहायक यंत्र और उपकरण धूल और जंग खा रहे हैं।