उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल शनिवार को उज्जैन प्रवास पर थे। इस दौरान उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन करने के उपरांत काशी विश्वनाथ मंदिर बनारस कॉरिडोर की तर्ज पर यहाँ बन रहे महाकाल मंदिर न्यू कॉरिडोर का निरीक्षण किया। यहाँ चल रहे कार्यों का उन्होंने निरीक्षण किया और तय समय में काम पूरा करने के निर्देश दिए।
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जून में मध्यप्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। वो उज्जैन आएंगे और महाकाल के दर्शन के बाद मंदिर विस्तारीकरण के तहत हुए नये निर्माण कार्यों का लोकार्पण करेंगे। पीएम की यहा बड़ी सभा भी होगी जिसमें एक लाख लोगों के आने की संभावना है। पीएम के दौरे के लिए ज़ोरदार तैयारी चल रही है। गौरतलब है कि भगवान शिव के 190 अलग-अलग रूप के दर्शन महाकाल कॉरिडोर में होंगे, इसे लेकर तैयारियां अंतिम चरणों में चल रही हैं। भगवान महाकाल का परिसर पहले से बिल्कुल बदल जाएगा। इसकी भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कॉरिडोर पर करीब 750 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, इनमें से 400 करोड़ की राशि लगभग खर्च हो चुकी है, इस कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, इसे देखते हुए काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
जानिए कितने एरिया में फैला है महाकाल कॉरिडोर
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का परिसर लगभग 2 हेक्टेयर फैला हुआ था, इसे बढ़ाकर अब 20 हेक्टेयर के आसपास कर दिया गया है, महाकालेश्वर मंदिर का प्रवेश द्वार काफी बड़ा और भव्य बनाया गया है, मंदिर परिसर में घूमने और सूक्ष्मता से दर्शन करने के लिए 5 से 6 घंटे का वक्त लगेगा।