Ujjain पहुंचे सीएम शिवराज, महाकाल का अभिषेक किया, जन आशीर्वाद रैली में कही बड़ी बात

Atul Saxena
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उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ उज्जैन पहुंचे, उन्होंने बाबा महाकाल का अभिषेक कर प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की। सीएम ने जान आशीर्वाद यात्रा निकाली और आमसभा को सम्बोधित किया। शिवराज ने कमल नाथ और कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा , उन्होंने तंज कसा कि कि कांग्रेस का हाल देखो जो अपनी सरकार नहीं बचा पाया उसे महाराष्ट्र भेज दिया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो कार्यकर्ताओं का सम्मान करती है , यहाँ छोटे से छोटा कार्यकर्ता बड़े से बड़े पड़ पर पहुँच सकता है लेकिन कांग्रेस सिर्फ अपमान करती है, कार्यकर्ताओं को बेइज्जत करती है।

हमने तय किया कि एक व्यक्ति एक पद, जो विधायक है वो महापौर का चुनाव नहीं लड़ेगा। यदि मौके एक ही व्यक्ति को दिए जायेंगे तो बाकी कार्यकर्ता क्या करेंगे? लेकिन कांग्रेस ने कार्यकर्ता ही नहीं है , विधायक भी वही , महापौर का चुनाव भी वही लड़ेगा।

शिवराज ने उज्जैन से महापौर प्रत्याशी मुकेश टटवाल की तारीफ करते हुए कहा कि ये गरीब घर में पैदा हुआ एक सच्चा कार्यकर्ता और समाजसेवी है लेकिन उधर कौन है आप सब जानते हैं।  प्रदेश में इस समय विकास की आंधी चल रही है इसलिए कहीं चूक ना हो जाये, उज्जैन पीछे ना रह जाये इसलिए महापौर के साथ सभी 54 पार्षद भी जीतने चाहिए , क्योंकि इन सबके बिना विकास अधूरा रह जायेगा।

उन्होंने कहा की आप सभी पर बाबा महाकाल का आशीर्वाद है हम तो आपके दर्शन कर ही प्रसन्न हो जाते हैं, अब अपना आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी को आपको देना है और कांग्रेस को पूरी तरह उखड फेंकना है। शिवराज ने कहा कि आज कांग्रेस की हालत देखिये, उनके पास ना नेता हैं ना कार्यकर्ता , चुटकी लेते हुए शिवराज ने कहा कि महाराष्ट्र किसे भेजा जो मप्र में अपनी ही सरकार नहीं बचा पाए।

मुख्यमंत्री ने उज्जैन के गुंडे, बदमाश, माफिया याद रखना यदि नहीं सुधरे तो मप्र की धरती पर रहने नहीं दूंगा, किसी की बहन बेटी पर बुरी नजर डाली तो छोडूंगा नहीं, फिर मामा का बुलडोजर ही चलेगा।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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