उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Mandir) कोरोना की चपेट में आ गया है। पिछले कई वर्षों से भगवान महाकाल की सेवा करने वाले पुजारी चंद्र मोहन काका का शनिवार को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। जिसके बाद से पूरे उज्जैन (Ujjain) शहर में शोक की लहर दौड़ गई। बता दें कि अभी भी दो अन्य पुजारी अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं।
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स्व. चंद्र मोहन के निधन की खबर आते ही महाकाल मंदिर में पंडे-पुजारी शोक में डूब गए। यहां 2 मिनट का मौन भी रखा गया. दूसरी ओर, उनके शव को उज्जैन लाया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक, शव को परिवार को नहीं सौपा गया। शव का अंतिम संस्कार निगमकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों ने चक्र तीर्थ पर किया।
महाकाल मंदिर पहुंचा कोरोना
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या को पहले से ही कम कर दिया गया है। आम और वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए सिर्फ बैरेकेटिंग से ही दर्शन व्यवस्था रखी गई है। इसके बावजूद भी महाकाल मंदिर के तीन पुजारी और चार कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए। इसके बाद पिछले महीने संक्रमित हुए चंद्र मोहन पुजारी को इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, आज उनका निधन हो गया।
मंदिर में महामृत्युंजय जाप जारी
कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए महाकाल की पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई है। महाकाल मंदिर समिति द्वारा आयोजित 11 दिवसीय अनुष्ठान के दौरान 76 पंडित 2 शिफ्ट में प्रतिदिन महारुद्र महामृत्युंजय जाप करेंगे। मंदिर समिति द्वारा कोरोना वायरस के पूरी तरह खात्मे और जनकल्याण के लिए सवा लाख महामृत्युंजय जाप का अनुष्ठान किया गया है। इस दौरान मंदिर में उपस्थित सभी पंडितों द्वारा कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा।