उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। महाकाल मंदिर देश का पहला मंदिर होगा जिसके प्रसाद के लडडू को भारत सरकार की संस्था फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्स अथारिटी आफ इंडिया (FSSAI) द्वारा हाइजीन रेटिंग दी गई है। इन लड्डूओं ने उत्कृष्टता में फाइव स्टार रेटिंग प्राप्त कर नंबर वन स्थान हासिल किया है। ऑडिट में महाकाल मंदिर की लड्डू प्रसाद यूनिट और अन्न क्षेत्र भी शामिल हैं। FSSAI ने महाकाल मंदिर को उत्कृष्टता में फाइव स्टार रेटिंग का दर्जा देकर प्रमाण पत्र दिया है।
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मंदिर की लडडू निर्माण इकाई में स्वच्छता और शुद्धता का पूरा ध्यान रखा जाता है। खाद्य सुरक्षा के सभी मानकों का पालन किया जाता है। प्रसाद के लड्डूओं का निर्माण शुद्ध घी, चना बेसन और ड्रायफ्रूटस से किया जाता है। शुद्धता के लिए दाल खरीद कर निर्माण इकाई पर ही दाल से बेसन तैयार किया जाता है। कर्मचारियों के मेडिकल चेकअप कराए जाते है। रेगुलर पेस्ट कंट्रोल किया जाता है। कर्मचारियों को खाद्य स्वच्छता और निर्माण की ट्रेनिंग दी जाती है। कर्मचारियों द्वारा लड्डू प्रसाद के निर्माण पैकिंग के दौरान हैड केप, ग्लव्स आदि पहनकर ही काम किया जाता है। इसी मापदंड के आधार पर FSSAI देशभर के मंदिरों में बनने वाले प्रसाद व अन्न क्षेत्र की जांच कर वहां हाइजीन रेटिंग दे रही है।
इसी के साथ महाकाल मंदिर में चलने वाले निशुल्क अन्न क्षेत्र को भी देश भर में तीसरा स्थान मिला है। महाकाल मंदिर प्रदेश का पहला और देश का तीसरा मंदिर है जिसके अन्नक्षेत्र को हाइजिन रेटिंग दी गयी है। उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि मंदिर में बन रहे लड्डू प्रसाद और अन्न क्षेत्र में काम कर रहे कर्मचारियों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पूर्णतः पालन करते हुए लड्डू का निर्माण किया जा रहा है और अन्न क्षेत्र में श्रद्धालुओं को भोजन परोसा जा रहा है। विशेषकर भोजन शाला में जो भोजन बनाया जा रहा है उसमें स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने पर फाइव स्टार रेटिंग दी गई है।