उज्जैन पुलिस ने लेडी दुर्लभ कश्यप को पकड़ा, सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ डाले हैं फोटो

Diksha Bhanupriy
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Ujjain News: उज्जैन में गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप (Durlabh Kashyap) ने छोटी सी उम्र में बड़े-बड़े कारनामे कर जमकर दहशत फैलाई थी। यह वही शख्स है जिसने सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ अपने फोटो डालकर लोगों से मारपीट, हत्या की सुपारी, पैसा वसूली और अन्य अपराधों के लिए संपर्क करने की पोस्ट शेयर की थी। दुर्लभ कश्यप का तो अंत हो गया लेकिन आज भी कई युवा उसे अपना रोल मॉडल मानते हैं। ऐसी ही एक युवती को उज्जैन पुलिस ने गिरफ्तार किया है। युवती ने सोशल मीडिया पर रिवाल्वर और चाकू के साथ अपने कुछ फोटो और वीडियो अपलोड किए थे। उसने दुर्लभ की तरह ही माथे पर टीका लगाकर और गले में गमछा डाले हुए कुछ फोटो भी अपलोड किए हैं। जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि पंवासा मल्टी के पास से एक युवती को रास्ते में धारदार चाकू लहराते हुए आते जाते लोगों को धमकाते हुए देखा गया था। सूचना मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी कर युवती को गिरफ्तार कर उसके पास से चाकू बरामद किया। युवती का नाम सोनिया उर्फ नेपु थापा है, वह 19 साल की है और नानाखेड़ा के आनंद नगर इलाके में रहती है। छोटी उम्र में ही पिता का देहांत हो गया था तब से मां के साथ अकेली रहती है।

उज्जैन पुलिस ने लेडी दुर्लभ कश्यप को पकड़ा, सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ डाले हैं फोटो

सोशल मीडिया पर सोनिया काफी एक्टिव है जब पुलिस ने उसका इंस्टाग्राम अकाउंट देखा तो पिस्टल के साथ और नशा करते हुए कई फोटो यहां पर दिखाई दिए। उसने कुछ फोटो के कैप्शन में 307 और 302 भी लिख रखा है। इसके अलावा हुक्का पीते, डांस करते, सिगरेट के छल्ले उड़ाते और शराब पीते हुए वह अन्य फोटो वीडियो में नजर आ रही है।

साल 2020 में दुर्लभ कश्यप एक गैंगवार में मारा गया था। वह सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर था और सोनिया उससे काफी प्रभावित है। वो उसकी तरह दिखना चाहती है और उसे अपना रोल मॉडल समझती है। उसने बताया कि दुर्लभ कश्यप की वीडियो वह सोशल मीडिया पर देखा करती थी और उसने कुछ फोटो और वीडियो डाले हैं जिसमें खुद को दुर्लभ जैसा लुक देने की कोशिश की है।

बता दें कि एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने पुलिस को सोशल साइट पर निगरानी रखने की जिम्मेदारी दी है। जो भी बदमाश सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक एक्टिविटी करते हैं उन पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। युवती लगातार सोशल मीडिया पर फोटो वीडियो अपलोड कर रही थी और कुछ दिन पहले कुछ लड़कों ने युवती को चाकू मार दिए थे जिसकी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि लड़की किसके साथ संपर्क में है और क्या करती हैं इस बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है।

कौन है दुर्लभ कश्यप

इस मामले में जो सबसे ज्यादा ध्यान देने वाला नाम है वह है दुर्लभ कश्यप। 8 नवंबर साल 2000 को उज्जैन के जीवाजीगंज के अब्दालपुरा में दुर्लभ कश्यप एक सरकारी टीचर के घर पर पैदा हुआ। उसके पिता इंदौर में रहते थे वह अपनी मां के करीब था इसलिए उज्जैन में ही रहकर पढ़ाई कर रहा था। बचपन से उसे बिल्लियां पालने का बहुत शौक था और जब वह 15 साल का हुआ तो उसने हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर अपनी फोटो डालना शुरू कर दी। वो अक्सर लोगों को धमकाता था।

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सोशल मीडिया पर दुर्लभ की स्टाइल से प्रभावित होकर कई युवा उससे जुड़ने लगे। बढ़ती फैन फॉलोइंग को देख कर उसे हिम्मत मिलती चली गई और वह अपराध की दुनिया में धीरे-धीरे कदम रखता गया। उसने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर नाम कुख्यात बदमाश और नामी अपराधी लिख रखा था। साथ ही अपने पेज पर उसने एक नोट डाला हुआ था जिसमें लिखा हुआ था कि किसी भी तरह के विवाद के लिए उससे संपर्क किया जा सकता है। 16 साल की उम्र में उसने अपनी गैंग तैयार की जिसे वह किसी कॉरपोरेट कंपनी की तरह चलाता था। गैंग के सदस्यों का ड्रेस कोड तय था और सभी माथे पर तिलक, आंखों में सूरमा और कंधे पर काला गमछा रखा करते थे। धीरे-धीरे यह गैंग शहर में बदमाशी पर उतारू हो गई और पुलिस ने इन पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया। 2018 में दुर्लभ को उसके 23 साथियों के साथ पकड़ लिया गया तब वह नाबालिग था इसलिए बाल संप्रेक्षण गृह में रखा गया और 2019 में उसे इंदौर भेज दिया गया। बालिग हुआ तो पुलिस ने फिर कार्रवाई की और 1 साल से ज्यादा वक्त उसका भैरवगढ़ जेल में गुजरा। 18 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते दुर्लभ के खिलाफ केस दर्ज हो चुके थे। कम समय में उसने इतने ज्यादा अपराध कर लिए थे कि वह जेल से गैंग चलाने लगा था। दुश्मनी इतनी बढ़ चुकी थी कि उस समय उज्जैन एसपी रहे सचिन अतुलकर ने पूछताछ के दौरान उसे यह तक कह दिया था कि जेल में है तो ही सेफ है बाहर निकलेगा तो कोई मार देगा।

2 साल तक जेल में बंद रहने के बाद साल 2020 में दुर्लभ बाहर आया। कुछ समय इंदौर में रहा और मां के पास वापस उज्जैन लौट गया। जेल से बाहर आने के बाद वह फिर से एक्टिव हुआ और बदमाशी करने लगा। लेकिन उसके दुश्मन भी कहीं ना कहीं उसे रास्ते से हटाने का प्लान बना चुके थे। 6 दिसंबर 2020 की रात को कुछ युवकों ने दुर्लभ पर हमला किया और चाकुओं से गोद उसे मौत के घाट उतार दिया।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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