जबलपुर/उमरिया, डेस्क रिपोर्ट। गुरुवार दोपहर 11:00 बजे उमरिया (umaria) के बरखेड़ा गांव में बोरवेल (Umaria borewell) में गिरे 4 वर्षीय मासूम को निकालने का प्रयास रात भर जारी रहा। हालांकि शुक्रवार सुबह 4:26 मिनट पर SDERF की टीम ने 4 वर्षीय मासूम को गोली से बाहर निकाल लिया। हालांकि 17 घंटे तक बोरवेल में फंसे होने की वजह से गौरव की मौत हो गई है।
17 घंटे के संघर्ष के बाद जब 4 वर्षीय मासूम को बोरवेल से बाहर निकाला गया तो SDERF की टीम में मौजूद एंबुलेंस की मदद से उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस बात की जानकारी 4 वर्षीय गौरव के चाचा संदीप द्विवेदी द्वारा दी गई है। वही गौरव का पोस्टमार्टम (post mortem) कराए जाने के बाद उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
MP News: गेहूं उपार्जन के लिए लागू हुई नवीन व्यवस्था, लाखों किसानों को मिलेगा लाभ, करना होगा ये काम
जानकारी के मुताबिक गुरुवार की दोपहर 11:00 बजे खेलने के दौरान गौरव बोरवेल में गिर गया था। जिसके बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस द्वारा रेस्क्यू अभियान (Rescue process) शुरू किया गया था। इस दौरान पुलिस प्रशासन की मदद से बच्चे को बाहर निकालने का कार्य जारी रहा। शहडोल के डीजीपी (DGP) भी मौके पर पहुंचे थे। वही SDERF की टीम द्वारा बच्चे के रेस्क्यू का कार्य जारी था। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने भी अभियान को तेजी से चलाने के निर्देश दिए थे। 17 घंटा तक बच्चे को बाहर निकालने का कार्य चलता रहा।
वह इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि 4 वर्षीय मासूम की मौत बोरवेल में गिरने के कुछ घंटे बाद ही हो गई थी। साथ ही बच्चे के शरीर पर काफी चोटें भी आई है। मामले में डॉक्टर का कहना है कि अभी तक कोई विस्तृत रिपोर्ट तैयार नहीं की गई है लेकिन जांच से इतना पता चला है कि लंबे समय तक सिर के बल झूलने से रहने की वजह से शरीर का सारा खून दिमाग में जम गया था। जिस वजह से बच्चे की मौत हुई है।