उमरिया, डेस्क रिपोर्ट। उमरिया के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने नायब तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा के खिलाफ FIR के आदेश दिए हैं। मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने शासकीय कार्य में बाधा डाली और हंगामा किया। उमरिया के चंदिया थाना प्रभारी को दिया आवेदन में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने चंदिया के नायब तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा का आरोप लगाया है कि उन्होंने न केवल शासकीय कार्य में बाधा डाली बल्कि जमकर हंगामा किया।
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सूत्रों की माने तो खुद को निलंबित किए जाने से नाराज चंद्रशेखर मिश्रा ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के साथ बदतमीजी की और दोनों के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। दरअसल कलेक्टर ने चंद्रशेखर मिश्रा को निलंबित कर दिया था और इसकी वजह यह थी कि जनजाति गौरव दिवस पर 15 नवंबर को भोपाल में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों के लिए मिश्रा को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन जब कलेक्टर के द्वारा मिश्रा को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और यह भी पता चला कि मिश्रा दो दिनों से चंदिया में या उमरिया जिले में है ही नहीं। इतने महत्वपूर्ण कार्य के समय बिना कोई सूचना के अनुपस्थित होने को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया और इस पर कार्रवाई करते हुए नायब तहसीलदार को निलंबित कर दिया। इसके बाद जब 14 नवंबर को आदिवासी जनजाति गौरव दिवस के लिए बसों को उमरिया के शासकीय आदिवासी छात्रावास के सामने से रवाना किया जा रहा था तभी नायब तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा वहां पहुंचे और कलेक्टर के साथ जमकर बहस की। दोनों के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई और इसके बाद कलेक्टर ने थाना प्रभारी चंदिया को मिश्रा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया।