Umaria News : मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में पीएम किसान के नाम पर एक बड़ी धोखाधड़ी सामने आई है। जहाँ अधिकारियों ने आदिवासियों को करीब 60 लाख रुपये का चूना लगा दिया, हद तो तब हुई कि यह लूट देश के प्रधानमंत्री के नाम से संचालित पीएम फसल बीमा योजना के नाम पर सहकारिता विभाग ने आदिवासी किसानों को लूट लिया, यह मामला तो 2022 का है, जिसमें लगातार शिकायतें होती रही मगर किसी ने कोई कार्यवाही नहीं की। हालांकि सहकारिता विभाग के इस कारनामे को लेकर अधिकारियों ने कड़ी कार्यवाही की बात कही है।
मामला है उमरिया जिले के आदिवासी ब्लाक पाली के ग्राम सरवाही का, जहां कृषक सेवा सहकारी समिति पाली के तत्कालीन प्रबंधक हरि निवास पांडेय और प्रशासक चन्द्र मणि द्विवेदी ने आदिवासी किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ऋण ले लिया, हद तो तब हुई जब किसानों से बैंक पर्ची में हस्ताक्षर करवा लिए और करीब 60 लाख रुपए आहरित कर लिए, अब कर्जदार बना किसान अपनी शिकायतें लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। वर्ष 2022 में हुए इस बड़े भ्रष्टाचार ने अलग अलग गांवों के करीब 60 किसानों के नाम से सहकारिता विभाग ने ऋण ले लिया। आलम यह है कि पैसों की भूख ने आदिवासी महिला जो चल नहीं सकती उसको भी अपना शिकार बना डाला और उसके नाम से 1 लाख रुपए ले लिया, हालांकि इस पूरे घोटाले में बैंक प्रबंधन भी शामिल हैं।
वहीं इस घोटाले को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ने धोखाधड़ी के इस केस पर जांच कर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
उमरिया से ब्रजेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट