पिछले दिनों शहडोल जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र के गोदावल क्षेत्र में तेंदूपत्ता बीनने गए ग्रामीणों पर जंगली हाथियों ने अचानक हमला कर दिया, इस हमले में तीन ग्रामीणों की मौत हो गई, जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने घटना की जांच के आदेश दिए साथ ही हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखने के निर्देश वन विभाग को दिए जिसके बाद से विभाग अलर्ट पर है।
राज्य सरकार के निर्देश के बाद बांधवगढ़ नेशनल पार्क परिक्षेत्र को भी अलर्ट पर रखा गया है, बता दें इन दिनों उमरिया जिले एवं उसके आसपास लगे जंगलों में तेंदूपत्ता तोड़ने का काम जोरों से चल रहा है इसी दौरान जंगली जानवर और इंसानों का आपसी द्वंद बढ़ जाता है क्योंकि तेंदू पत्ता तोड़ने के लिए जंगल जाना पड़ता है और बांधवगढ़ के जुड़े होने के कारण यहां पर जंगली जानवरों का खतरा इंसानों के लिए बना रहता है।
छत्तीसगढ़ से आने वाले जंगली हाथी मचाते हैं आतंक
बता दें कि यहां पर छत्तीसगढ़ के रास्ते जंगली हाथियों का भी आतंक का डर बना रहता है जंगली हाथियों का झुंड जब चलता है तो इंसानों की मौत होती है इसी के चलते बांधवगढ़ नेशनल पार्क को जंगली हाथियों के आतंक चलते हाई अलर्ट पर रखा गया है।
शहडोल ने हाथियों के हमले में तीन ग्रामीणों की मौत
अभी हाल में ही बांधवगढ़ नेशनल पार्क से लगे ब्यौहारी के जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गए तीन ग्रामीणों को हाथियों ने कुचल दिया और वह हाथी उसी रास्ते से होते हुए सीधी के संजय गांधी नेशनल पार्क निकल गए अब हाथियों की इस मूमेंट को देखते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि हाथियों पर पहली नजर रखें गांव वालों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।
नेशनल पार्क से निकले हाथी रेस्क्यू, जल्दी वापस आयेंगे
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद हाथियों को रेस्क्यू के लिए एक टीम बनाई गई जिसमें बांधवगढ़ नेशनल पार्क के दो पालतू हाथी रामा और गौतम रेस्क्यू टीम में शामिल कर संजय गांधी नेशनल पार्क भेजा गया है, जल्दी ही हाथियों का रेस्क्यू ऑपरेशन करके यह बांधवगढ़ वापस आ जाएंगे।
ग्रामीणों को समूह में जंगल जाने की सलाह
इन घटनाओं के चलते बांधवगढ़ नेशनल पार्क उमरिया के डायरेक्टर पी के वर्मा ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के आसपास तेंदूपत्ता तोड़ने जाएं तो अकेले ना जाएं 4 से 5 लोग की एक ग्रुप में जाकर तेंदूपत्ता तोड़े, विभाग ने सतर्क रहने का अलर्ट जारी किया है।
उमरिया से ब्रजेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट





