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Wed, Dec 17, 2025

मुंबईवासियों के लिए खुशखबरी! मेट्रो लाइन 4 पर इसी महीने शुरू होगा ट्रायल

Written by:Neha Sharma
Published:
मुंबई मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने घोषणा की है कि मेट्रो लाइन 4 पर ट्रायल रन इसी महीने से शुरू होगा।
मुंबईवासियों के लिए खुशखबरी! मेट्रो लाइन 4 पर इसी महीने शुरू होगा ट्रायल

मुंबई मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने घोषणा की है कि मेट्रो लाइन 4 पर ट्रायल रन इसी महीने से शुरू होगा। कासरवडावली से वडाला तक प्रस्तावित ग्रीन लाइन 32.3 किलोमीटर लंबी होगी और इसमें कुल 32 स्टेशन बनेंगे। इस परियोजना के पहले चरण में 10.5 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर पर सेवाएं शुरू की जाएंगी। इस हिस्से में गायमुख से कैडबरी जंक्शन तक 10 स्टेशन बनाए गए हैं। एमएमआरडीए का कहना है कि अब तक लगभग 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

मेट्रो लाइन 4 पर इसी महीने शुरू होगा ट्रायल

निर्माण की प्रगति पर नजर डालें तो 6.9 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड वायडक्ट गर्डर्स और प्रीकास्ट सेगमेंट के साथ पूरा हो चुका है। भारी वाहनों की आवाजाही के बावजूद कपूरबावड़ी, मानपाड़ा, टिकुजिनिवाड़ी, डोंगरीपाड़ा, विजय गार्डन और कासरवडावली स्टेशनों के बीच पुल निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है। सोमवार को एमएमआरडीए ने इस खंड पर आखिरी गर्डर पुल स्थापित किया। इसके साथ ही पटरियां बिछाने का काम भी अधिकांश हिस्सों में पूरा हो चुका है।

विद्युतीकरण का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। अधिकारियों के अनुसार, 10.5 किलोमीटर लंबे इस खंड में से 4.6 किलोमीटर हिस्से पर विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है। ओवरहेड तारों का ट्रायल भी जारी है। ट्रायल की तैयारियों के तहत क्रेन की मदद से एलिवेटेड ट्रैक पर छह डिब्बों वाली मेट्रो ट्रेन चलाकर परीक्षण किया गया। हालांकि, ट्रायल के लिए आवश्यक विशेष कार शेड का निर्माण अभी बाकी है, जो पूरा होने के बाद ही नियमित परीक्षण संभव हो सकेगा।

एमएमआरडीए अधिकारियों का कहना है कि सितंबर में ट्रायल शुरू होने के बाद सुरक्षा जांच की जाएगी। इसके बाद अंतिम मंजूरी मिलने पर इस खंड पर यात्री सेवाएं शुरू की जाएंगी। सरकार का लक्ष्य है कि दिसंबर 2025 तक इस मेट्रो खंड को चालू कर दिया जाए। इसके शुरू हो जाने से मुंबई और ठाणे के पूर्वी तथा मध्य क्षेत्रों के लाखों यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी और शहर में यातायात का दबाव कम होगा।