महाराष्ट्र की राजनीति में इस समय लगातार हलचल देखी जा रही है। हाल ही में मनसे प्रमुख राज ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात ने राजनीतिक अटकलों को तेज किया था। इसके बाद फडणवीस ने सार्वजनिक मंच से उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विभाग की आलोचना कर यह संकेत दे दिया कि महायुति सरकार के भीतर सबकुछ सहज नहीं चल रहा। अब शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने एक और मुद्दा उठाकर केंद्र सरकार और भाजपा पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर कड़ी आपत्ति जताई है।
संजय राउत का पीएम मोदी को पत्र
संजय राउत ने अपने पत्र में हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमले में शहीद हुए भारतीयों के परिवारों का दर्द अभी ताजा है और उनके आंसू सूखे भी नहीं हैं। ऐसे माहौल में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना अमानवीय और असंवेदनशील कदम होगा। राउत ने लिखा, “प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय की मंजूरी के बिना भारत-पाकिस्तान मैच संभव नहीं हो सकता। यह निर्णय देशभक्त नागरिकों की भावनाओं के खिलाफ है और शहीदों के बलिदान का अपमान है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार खुद कहती है कि पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष अभी भी जारी है, तो क्रिकेट खेलना कैसे उचित हो सकता है। राउत ने तीखे शब्दों में कहा, “आप कहते थे खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते। अब क्या खून और क्रिकेट साथ-साथ बहेंगे?” उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में बड़े पैमाने पर सट्टेबाजी और ऑनलाइन जुए का खेल होता है, जिसमें भाजपा से जुड़े कुछ लोग भी शामिल रहते हैं। साथ ही उन्होंने बीसीसीआई सचिव जय शाह का नाम लेते हुए भाजपा पर वित्तीय लाभ उठाने का भी आरोप लगाया।
राउत ने पत्र में लिखा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना न केवल सैनिकों के शौर्य का अपमान है, बल्कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी सहित उन सभी शहीदों की कुर्बानी का भी अपमान है जिन्होंने कश्मीर की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर किए। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर ये मैच महाराष्ट्र में होते, तो बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना इन्हें हर हाल में रोक देती। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुत्व और देशभक्ति के बजाय भाजपा पाकिस्तान के साथ क्रिकेट को प्राथमिकता दे रही है और देश की जनता की भावनाओं को नजरअंदाज कर रही है।





