राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया कि 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले नई दिल्ली में दो व्यक्तियों ने उनसे मुलाकात की थी और विपक्ष की 288 में से 160 सीटों पर जीत की ‘गारंटी’ दी थी। नागपुर में पत्रकारों से बातचीत में पवार ने बताया कि उन्होंने इन दोनों व्यक्तियों को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलवाया था। यह बयान ऐसे समय में आया है जब राहुल गांधी ने हाल ही में भाजपा और निर्वाचन आयोग पर ‘वोट चोरी’ के गंभीर आरोप लगाए हैं।
शरद पवार का दावा
पवार ने कहा, “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दो लोग मुझसे दिल्ली में मिले और कहा कि वे महा विकास आघाडी को 160 सीटों पर जीत दिला सकते हैं। मैंने उन्हें राहुल गांधी से मिलवाया, लेकिन राहुल ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया।” पवार के मुताबिक, राहुल गांधी का मानना था कि विपक्ष को ऐसे मामलों में नहीं पड़ना चाहिए और सीधे जनता के बीच जाना चाहिए। पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने इन व्यक्तियों के नाम और संपर्क विवरण अपने पास नहीं रखे, क्योंकि उन्होंने उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया।
2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, जबकि उसकी सहयोगी शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) को 41 सीटें मिलीं। विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी ने इस हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी और डेटा में छेड़छाड़ को जिम्मेदार ठहराया था। वहीं, इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में महा विकास आघाडी ने राज्य की 48 में से 30 सीटें अपने नाम की थीं।
राहुल गांधी चुनावी नतीजों के बाद से ही लगातार महाराष्ट्र में चुनावी धांधली का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कई बार सार्वजनिक मंचों से निर्वाचन आयोग और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। हालांकि, सत्तारूढ़ भाजपा और चुनाव आयोग ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराए गए। पवार के इस नए खुलासे ने राज्य की राजनीति में एक बार फिर से सियासी हलचल बढ़ा दी है।





