जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) में 28 सीटों पर हुए उपचुनाव (By-elections in 28 seats) के बाद एक बार फिर से मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet expansion) की चर्चा तेज हो गई है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी (BJP) के ही कुछ सीनियर लीडर (Senior leader) बीजेपी की कार्यशैली पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं। ऐसे मामले में पूर्व मंत्री और जबलपुर की पाटन सीट से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई (Ajay Vishnoi) का नाम सबसे पहले सामने आता है। अब एक बार फिर अजय बिश्नोई ने एक बड़ा बयान देकर बीजेपी में हलचल पैदा कर दी।
दरअसल अजय विश्नोई शुक्रवार को बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) समय आने पर कैबिनेट का विस्तार कर देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आपाधापी में बने मंत्रिमंडल में पहले क्षेत्र का संतुलन नहीं रखा गया था। इसी कारण अब विचार करके मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। इसके साथ ही अजय विश्नोई ने अपने बयान में कहा है कि वह विधानसभा अध्यक्ष (speaker of the Assembly) नहीं बनना चाहते हैं। दूसरी तरफ पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने शिवराज सरकार में क्षेत्रीय संतुलन बनाए जाने की मांग की है।
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बता दे की कांग्रेस से बीजेपी में आने वाले नेताओं के साथ मुख्यमंत्री शिवराज ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। जिसके बाद से अजय विश्नोई ने शिवराज सरकार के खिलाफ सख्त तेवर अपनाए है। अजय विश्नोई कई बार यह बात कह चुके हैं कि शिवराज कैबिनेट में महाकौशल से कोई प्रतिनिधि नहीं है।
वहीं अब शिवराज मंत्रिमंडल में छह मंत्री पद खाली है। जिसमें तुलसी सिलावट (Tulsi silawat) और गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) के मंत्रिमंडल में शामिल होने का रास्ता लगभग साफ है। चार मंत्री पदों पर शिवराज सरकार सीनियर लीडरों को जिम्मेदारी सौंप सकती है। जिसमें रामपाल सिंह, गौरीशंकर बिसेन के अलावा अजय विश्नोई का भी नाम सामने आ रहा है। अब ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार के द्वारा शिवराज सरकार सीनियर लीडरों की नाराजगी दूर करने में सफल होती है या नहीं यह देखना दिलचस्प है।