मंत्री इंदरसिंह परमार का पलटवार, कहा निश्चित हार से बौखलाकर कांग्रेस लगा रही भाजपा और मीडिया पर आरोप

Gaurav Sharma
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देवास, सोमेश उपाध्याय। मीडिया और भाजपा को बिकाऊ बताने वाले कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री इंदरसिंह परमार ने पलटवार किया है। परमार ने वर्मा के बयान को चुनाव में उनकी निश्चित दिखती हार से बौखलाहट में आकर दिया गया बयान बताया।

परमार ने कहा कि मीडिया को बिकाऊ कहकर सज्जन वर्मा जो आरोप लगा रहे हैं, वह उनकी बौखलाहट है। उन्होंने कहा कांग्रेस की आतंरिक लड़ाई मंच पर दिखी है और उसको दबाने के लिए वर्मा भाजपा और मीडिया पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। हकीकत यह है कि बरोठा के मंच पर सार्वजनिक रूप से कांग्रेस की अंतर्कलह जगजाहिर हुई है। वहां पर सज्जन वर्मा का भी अपमान हुआ है।

कांग्रेस प्रत्याशी की निश्चित हार से बौखलाकर सज्जन वर्मा भाजपा और मीडिया पर आरोप लगाने का काम कर रहे हैं। मंत्री श्री परमार ने कहा कि हाटपिपल्या विधानसभा क्षेत्र की जनता भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मन बना चुकी है और यह बात कांग्रेस के नेताओं को भी समझ आ रही है। प्रदेश सहित हाटपिपल्या की जनता भी शिवराजसिंह चौहान को स्थायी मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है। यह जानकारी भाजपा जिला प्रवक्ता शंभू अग्रवाल ने दी।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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