उपचुनाव नतीजों से पहले जीत के दावों को लेकर एक दूसरे पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने की कोशिश में जुटे राजनीतिक दल

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में उपचुनाव (By-election) होने में अभी भले ही करीब एक हफ्ते (One Week) का समय बाकी है, लेकिन जीत के दावे अभी से ही किए जाने लगे है। भाजपा (BJP) ने दशहरे (Dashahara) के बाद उपचुनाव वाली सीटों पर विजय अभियान चलाने का ऐलान किया है। वहीं, कांग्रेस (Congress) ने भाजपा के विजय अभियान के जवाब में सोशल मीडिया (Social Media) पर कमलनाथ (Kamal Nath) को भावी मुख्यमंत्री (Future Chief Minister) बताना शुरू कर दिया है।

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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।