नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पंजाब (Punjab politics) में कांग्रेस का हाईवोल्टेज ड्रामा जारी है। एक तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के समर्थन में 10 विधायक उतर आए है और उन्होंने कैप्टन को पंजाब का बड़ा नेता बताया है। इसके अलाव सिद्धू को मुख्यमंत्री से माफी मांगने को कहा है।वही दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू ने भी विधायकों और नेताओं से मेल-मुलाकातों को बढ़ा दिया है।
दरअसल, पंजाब में जारी सियासी हलचल के बीच आज कैप्टन अमरिंदर के समर्थन में 10 कांग्रेस विधायक (Congress MLA) उतर आए है और उन्होंने हाईकमान को पत्र लिखा है। इस पत्र में कांग्रेस विधायकों ने कहा है कि कैप्टन के पंजाब कांग्रेस में योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। । कैप्टन के प्रयासों के चलते ही पंजाब में कांग्रेस पार्टी इस स्थिति में है। सिद्धू के ट्वीट और इंटरव्यू में लगाए आरोपों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है।
रविवार को पंजाब के 10 विधायकों ने संयुक्त बयान जारी कर सिद्धू से माफी मांगने को कहा। साथ ही हाईकमान से मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को नाराज ना करने की अपील की। उन्होंने साफतौर पर कहा कि पंजाब में कैप्टन ही कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं।उधर, कांग्रेस विधायक मदनलाल ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के अध्यक्ष बनाने से पंजाब में कांग्रेस पार्टी को फायदा होगा और जो मौजूदा सीटें हैं, अगले चुनाव में उससे ज्यादा सीटें पंजाब में आएंगी। नवजोत सिंह सिद्धू जरूर पंजाब के अध्यक्ष बनेंगे और कांग्रेस पार्टी आगे बढ़ेगी।
कैप्टन के समर्थन में आए विधायकों में हरमिंदर सिंह गिल, फतेहजंग सिंह बाजवा, गुरप्रीत सिंह जीपी, कुलदीप वैद, बलविंदर लाडी, संतोख सिंह भलाईपुर, जोगिंदरपाल भोआ के साथ AAP छोड़कर कांग्रेस में आए सुखपाल सिंह खैहरा, पिरमल सिंह खालसा, जगदेव सिंह कमालू शामिल हैं।
माफी मांगे सिद्धू
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को हरीश रावत से मुलाकात के दौरान हाईकमान के फैसले को मंजूर कर लिया लेकिन साथ ही कह दिया कि जब तक सिद्धू सार्वजनिक तौर पर उनसे माफी नहीं मांगेंगे, वह सिद्धू से बात नहीं करेंगे। वही आज विधायकों ने पत्र जारी कर भी सिद्धू से माफी मांगने की बात कही है।
दिल्ली में बैठक, सोनिया से मांगा समय
वही कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के घर आज एक अहम बैठक बुलाई थी, जिसमें पंजाब के कांग्रेस सांसदों और विधायकों शामिल हुए और कई मुद्दों पर चर्चा की। वही विधायकों-सांसदों द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू की शिकायत करने के लिए सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगने की भी खबर है।
सोमवार को बुलाई बड़ी बैठक
वही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Punjab Congress President Sunil Jakhar) ने सोमवार को चंडीगढ़ में राज्य इकाई मुख्यालय में 80 विधायकों और दो दर्जन से अधिक जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई है।इसमें 2017 के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में हारने वालों को भी बुलाया गया है। सभी विधायकों और जिलाध्यक्षों की होने वाली बैठक में प्रस्ताव पारित किया जाएगा, जिसमें कहा जाएगा कि पंजाब के संदर्भ में पार्टी नेतृत्व द्वारा लिया गया कोई भी फैसला पूरी राज्य इकाई को मंजूर होगा। यह प्रस्ताव कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को भेजा जाएगा।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)