कर्मचारियों को जल्द मिलेगी एक और बड़ी खुशखबरी! सैलरी में होगा बंपर इजाफा, जानें कैसे?

Pooja Khodani
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7th pay commission

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) को महंगाई भत्ते के बाद एक और बड़ी सौगात मिल सकती है। खबर है कि 1 जुलाई 2022 से महंगाई भत्ते को 34 फीसदी से बढ़ाकर 38 फीसदी करने के बाद केंद्र सरकार हाउस रेंट अलाउंस ( House Rent Allowance) को भी बढ़ाने पर विचार कर रही है। इसमें करीब 4 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है।अगर ऐसा हुआ तो कर्मचारियों की सैलरी में एक बार बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।हालांकि सरकार की तरफ से  अभी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

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दरअसल, सरकारी कर्मचारी जिस शहर में काम कर रहे होंते हैं उस शहर के हिसाब से उन्हें हाउस रेंट अलाउंस दिया जाता है। हाउस रेंट अलाउंस में 3 कैटेगरी होती है। इसमें 50 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर ‘X’ कैटेगरी में आते हैं। जिनकी जनसंख्या 5 लाख से अधिक है, वे ‘Y’ श्रेणी में आते हैं।5 लाख से कम आबादी वाले शहर ‘Z’ कैटेगरी में आते हैं। तीनों कैटेगरी के लिए मिनिमम HRA 5400, 3600 और 1800 रुपये होगा।

X श्रेणी को कर्मचारियों को उनके बेसिक वेतन के 27 फीसदी के दर से हाउस रेंट अलाउंस मिलता है। Y श्रेणी को कर्मचारियों को उनके बेसिक वेतन के 18 से 20 फीसदी के दर से हाउस रेंट अलाउंस मिलता है। जबकि Z कैटगरी के कर्मचारियों को 9 से 10 फीसदी दर से हाउस रेंट अलाउंस दिया जाता है। हाउस रेंट अलाउंस एरिया और शहर के हिसाब से तय किया जाता है. माना जा रहा है कि केंद्रीय कर्मचारियों के हाउस रेंट अलाउंस में मौजूदा लेवल से 3 से 4 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा सकती है।

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हाल केन्द्र की मोदी सरकार ने केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 34% से बढ़ाकर 38% कर दिया है, जो एक जुलाई 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक के लिए लागू हो चुका है। इस पर एक साल में 6591 करोड़ रुपये और 2022-23 में जुलाई से फरवरी तक में 4394.24 करोड़ रुपये खर्च जाएगा, ऐसे में हाउस रेंट अलाउंस (House Rent Allowance) के बढ़ने की भी संभावना बढ़ गई है। अनुमान है कि एचआरए में भी जल्द संशोधन किया जा सकता है, इससे पहले एचआरए को पिछले साल जुलाई में बढ़ाया गया था।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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