कर्मचारियों के लिए डेढ़ साल के डीए एरियर को लेकर नया अपडेट, पढ़िए यहां

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 28 फीसदी (7th Pay Commission) कर बड़ी सौगात दे दी है वही दूसरी तरफ पेंशनर्स का डीए का एरियर अब भी अटका हुआ है।ऐसे  में कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है यही कारण है कि अब नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ पेंशनर्स एसोसिएशन (NCPO) ने ऐलान किया है कि वह 7 सितंबर को केंद्रीय कर्मचारियों के साथ (Central Government Employees) के साथ मिलकर एक बड़ा धरना करेगा।

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दरअसल, हाल ही कर्मचारियों को पिछले 18 महीने (जनवरी 2020-जून 2021) से रुका महंगाई भत्ता (Dearness allowance) दे दिया गया है, लेकिन इन 18 महीनों का एरियर अब तक नहीं मिल पाया है, जिसके चलते कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ है और वे डीए के ऐलान होने के बाद से एरियर ( Dearness relief) की डिमांड कर रहे हैं। इसके चलते कर्मचारियों का 2 लाख से ज्यादा पैसा अटका हुआ है, इसी के चलते अब पेंशनर्स ने 7 सितंबर को धरना देने का फैसला किया है।वही मोदी सरकार की कर्मचारियों के डीए में 3 प्रतिशत वृद्धि की तैयारी है।

पेंशनरों (pensioners) की मांग है कि पेंशन (pension) को आयकर से छूट, पेंशन की अतिरिक्त मात्रा के लिए आयु सीमा को संशोधित कर 80 साल से 65 साल करना, बैंक (Bank) पेंशनर्स को सरकारी पेंशनर्स माना जाए, हर जिले में केंद्र सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं केंद्र, गैर-CGSH पेंशनर्स को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं, पेंशनर्स की 18 महीने से रुकी हुई महंगाई राहत जारी की जाए।

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नेशनल काउंसिल ऑफ जेसीएम के शिव गोपाल मिश्रा के मुताबिक, लेवल-1 के कर्मचारियों का DA एरियर 11,880 रुपए से लेकर 37,554 रुपए के बीच बनता है। वहीं, लेवल-13 (7th CPC बेसिक पे-स्केल 1,23,100 रुपए से 2,15,900 रुपए) या लेवल-14 (पे-स्केल) के लिए कैलकुलेशन की जाएगी तो एक कर्मचारी के हाथ में DA एरियर का 1,44,200 रुपए से 2,18,200 रुपए का भुगतान किया जाएगा।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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