नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। 7th Pay Commission. केंद्रीय कर्मचारियों ( Central Government employees)को जल्द बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है।महंगाई भत्ता (Dearness allowance), HRA और TA प्रोमोशन के बाद कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) बढ़ना भी तय हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार होली के बाद मार्च में कर्मचारियों को फिटमेंट फैक्टर की सौगात दे सकती है। इसमें 3 फीसदी तक का इजाफा किया जा सकता है, इससे बेसिक सैलरी में 8000 की बढोतरी होगी, यानि मिनिमम बेसिक सैलरी 26000 हो जाएगी।हालांकि इस संबंध में अभी कोई अधिकारिक घोषणा या सरकारी की तरफ से बयान सामने नहीं आया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2022 में कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor Hike) बढ़ना तय हो गया है, इसका ऐलान जल्द हो सकता है। फिटमेंट बढ़ने के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन (Minimum Wages) में भी बंपर बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। वर्तमान में फिटमेंट फैक्टर 2.57 फीसदी है और इसे 3.68 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है।इसका लाभ करीब 52 लाख कर्मचारियों को मिलेगा। इससे कर्मचारियों की सैलरी में 8000 का फायदा मिलेगा और न्यूनतम वेतन 26000 हो जाएगा ।संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा चुनावों की आचार संहिता खत्म होने के बाद और होली से पहले मोदी कैबिनेट में इसका प्रस्ताव रखा जा सकता है।
बता दे कि इससे पहले 2016 में फिटमेंट फैक्टर बढ़ाया गया था, जिसमें कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 6,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये की गई थी, यानि कर्मचारियों को सीधे 12000 का फायदा मिला था।वही अब 8000 की बढ़ोतरी होगी। अब एक बार फिर 2022 में केन्द्र की मोदी सरकार केन्द्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor 3.68 hike) बढ़ा सकती है। कर्मचारियों की भी मांग है कि इसमें इजाफा किया जाए। बीते साल कर्मचारियों यूनियन की कैबिनेट सचिव (Cabinet secretary) से भी मुलाकात हो चुकी है और उन्हें आश्वासन भी मिला था । 1 फरवरी 2022 को जारी हुए बजट और बीते दिनों हुई कैबिनेट बैठक में भी कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जानिए कितनी बढ़ेगी सैलरी
- फिटमेंट फैक्टर से केन्द्रीय कर्मचारियों का बेसिक वेतन तय होता है। इसके बढ़ने से महंगाई भत्ता और अन्य भत्ते भी अपने आप बढ़ जाते है।फिटमेंट फैक्टर के चलते केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की बढ़ोतरी होती है।
- केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी भत्तों (Salary Allowances) के अलावा उसकी बेसिक सैलरी (Basic Salary) और फिटमेंट फैक्टर (Fitment factor) से ही तय होती है।
- यदि फिटमेंट फैक्टर 2.57 फीसदी से बढ़कर 3.68 फीसदी होता है तो सैलरी में सीधे 8,000 रुपये की बढ़ोतरी होगी यानि कर्मचारियों का मूल वेतन बढ़कर सीधे 26,000 रुपये हो जाएगा। बेसिक वेतन बढ़ने से अपने आप महंगाई भत्ता भी बढ़ जाएगा। बेसिक वेतन में सीधे 8000 रुपये महीना और 96000 रुपये सालाना का इजाफा होगा।
- उदाहरण के तौर पर, यदि किसी सरकारी कर्मचारी का न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये है, तो 2.57 फिटमेंट फैक्टर के अनुसार सभी भत्तों को छोड़कर उसे 46,260 रुपये (18,000 X 2.57 = 46,260) सैलरी मिलेगी।अगर फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़कर 3.68 होता है, तब यही सैलरी 95,680 रुपये (26000X3.68 = 95,680) हो जाएगी।इसका मतलब कुल मिलाकर कर्मचारियों की सैलरी में 49,420 रुपए का इजाफा होगा।अगर बेसिक पे 18,000 रुपये से बढ़कर 26,000 रुपये हो जाता है तो मंहगाई भत्ता भी बढ़ जाएगा।
- अगर 2.57 फीसदी से फिटमेंट फैक्टर 3 गुना होता है तो कर्मचारियों की बेसिक पे 18,000 रुपए से बढ़कर 21,000 रुपए हो जाएगी, मतलब इसमें 3000 रुपए का इजाफा होगा।वही 3.68 फीसदी होता है तो 96 हजार तक सैलरी में इजाफा होगा।
(यह आंकड़ें और कैलकुलेशन उदाहरण के तौर पर दर्शाया गया है, इसमें बदलाव भी हो सकता है। )